किसानों की महापंचायत में तीन बड़े फैसले,आंदोलन की दी चेतावनी
किसानों ने कहा, 6 सितंबर तक यदि मांगें पूरी नहीं होती हैं तो किसान 7 सितंबर को करनाल अनाज मंडी में बड़ी महापंचायत करेंगे और अनिश्चितकाल के लिए सेक्रेटरी का घेराव किया जाएगा.
नई दिल्ली: हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को किसानों की महापंचायत आयोजित की गई.लाठीचार्ज का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा है.विपक्ष सीएम मनोहर लाल खट्टर की इस्तीफे की मांग कर रहा है.महापंचायत में आज तीन बड़े फैसले लिए गए हैं.वही, नरेश टिकैत ने कहा,राज्यपाल सत्यपाल मलिक को किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए आगे आना चाहिए.
किसानों पर लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अधिकारियों पर किसानों का गुस्सा थम नहीं रहा है. महापंचायत में किसानों ने सरकार से लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. किसानों ने कहा कि आदेश देने वाले अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.
साथ ही महापंचायत में सरकार से लाठीचार्ज के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसान के परिवार को 25 लाख रुपये की राशि मुआवजे के तौर पर देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की गई है. साथ ही कहा है कि घायलों को भी सरकार की तरफ से दो-दो लाख रुपये की राशि दी जाए.
महापंचायत में यह निर्णय लिया गया कि हरियाणा के सभी किसान संगठन अपनी मांगों को संयुक्त किसान मोर्चा के आगे रखेंगे, जिससे कोई कठिन फैसला लिया जा सके और किसानों पर कोई अत्याचार न हो.
किसानों ने मांगों को पूरा करने के लिए 6 सितंबर तक का वक्त दिया है. उनका कहना है कि 6 सितंबर तक यदि मांगें पूरी नहीं होती हैं तो किसान 7 सितंबर को करनाल अनाज मंडी में बड़ी महापंचायत करेंगे और अनिश्चितकाल के लिए सेक्रेटरी का घेराव किया जाएगा.