भारत-नेपाल सीमा पर उस समय हड़कंप मच गया जब एसएसबी की 45वीं बटालियन के वीरपुर कैंप में शुक्रवार को करंट लगने से तीन जवानों की मौत हो गई। और आठ अन्य जवान बुरी तरह झुलसे हैं। घायलों का इलाज दरभंगा में चल रहा है। एसएसबी के डीआईजी एसके सारंगी ने बताया कि यह एक हादसा है। सभी घायल जवानों को भर्ती कराया गया है। सुपौल और दरभंगा का दौरा करने के बाद और विस्तृत जानकारी दी जा सकेगी।
जानकारी के अनुसार, 45वीं बटालियन के कमांडेंट एचके गुप्ता का तबादला हो गया था। बुधवार की शाम उनके सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। शुक्रवार दोपहर बाद ट्रेनी जवान विदाई समारोह के लिए लगाया गया टेंट खोल रहे थे। इसी दौरान टेंट के ऊपर से गुजर रहे हाईवोल्टेज तार में अल्युमीनियम का एक पाइप सट गया। सभी जवान एक जगह ही काम कर रहे थे, इसलिए एक साथ सब करंट की चपेट में आ गए।
अतुल पाटील (30), परशुराम सबर (24) और महेंद्र चंद्र कुमार बोपचे (28) की मौत मौके पर ही हो गई। अतुल पाटील महाराष्ट्र निवासी बताए गए। बाकी दोनों के घरों का पता अभी नहीं चल सका है। घायलों में नरसिंह चौहान, के चंद्रशेखर, परितोष अधिकारी, मांडवे राजेंद्र मोहम्मद शमशाद, सुकुमार वर्मा, सोना लाल यादव और आनंद किशोर शामिल हैं। इन सबको पहले अनुमंडल अस्पताल लाया गया। प्रारंभिक इलाज के बाद रेफर कर दिया गया है।