सुरक्षा व्यवस्था और आमजन के लिए पुलिस सेवा की सहज उपलब्धता कराने के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ पुलिस आयुक्तालय (पुलिस कमिश्नरेट) में दो और नए थाने स्थापित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया कि पुलिस कमिश्नरेट, लखनऊ (पुलिस आयुक्तालय) के थाना हजरतगंज के अन्तर्गत नवीन पुलिस थाना मदेयगंज तथा थाना काकोरी के अन्तर्गत नवीन पुलिस थाना दुबग्गा की स्थापना का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि लखनऊ पुलिस आयुक्तालय में अभी कुल 43 थाने हैं। दो नए थानों का सृजन होने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 45 हो जाएगी। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने जनवरी 2020 में लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की थी। बाद में वाराणसी और कानपुर में भी यह व्यवस्था लागू की गई।
थाना हसनगंज का दायरा गोमती के एक छोर से निशातगंज तक का था,जो की काफी बड़ा है जिसको देखते हुए मदेयगंज थाने को मंज़ूरी मिली है. इसी तरह से काकोरी थाना का भी क्षेत्रफल काफी ज़्यादा था जिसके बाद दुबग्गा चौकी को थाना बनाने के निर्देश जारी हुए हैं. मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. पुलिस आयुक्त डी के ठाकुर को निर्देश दिया गया है की इनको अस्तित्व में लेन के लिए जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी की जाए.
इससे पहले 24 दिसंबर को चिनहट थाने को काटकर बाबू बनारसी दास और मड़ियाव थाना को काटकर सैरपुर थाना बनाया गया था. गौरतलब है की इन सभी क्षेत्रों का दायरा बड़ा है और साथ ही जनसँख्या भी काफी ज़्यादा है जिसके मद्देनज़र लम्बे समय से थानों की कमी महसूस की जा रही थी जिसके बाद व्यवस्था की बेहतरी के लिए ये निर्णय लिए गए है।