बाला साहेब की विरासत पर जंग जारी, उद्धव गुट और एकनाथ शिंदे गुट आज करेंगे दशहरा रैली का आयोजन, पढ़िए पूरी खबर
महाराष्ट्र की सियासत में आज का माहौल काफी गरम है आज एक तरफ उद्धव गुट तो दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे गुट दशहरा रैली का आयोजन करेगा।
Uddhav Thackeray VS Eknath shinde: महाराष्ट्र की सिसायत में फिर से एक बार गरमा गरमी देखने को मिलने वाली है। आज दशहरा के मौके पर उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना, दशहरा रैली करेगी। इस रैली को आगामी लोकसभा चुनाव और राज्य के विधानसभा चुनाव को लेकर खास माना जा रहा है। उद्धव ठाकरे का गुट शिवाजी पार्क में तो वहीं एकनाथ शिंदे का गुट आजाद मैदान में रैली करेगी। यह बात तो साफ है कि इन रैलियों से सियासी संदेश दिए जाएंगे लेकिन सबसे दिलचस्प बात है कि दोनों गुटों की रैलियों के केंद्र बिन्दु बाला साहेब ठाकरे हैं।
1966 में हुई थी शिवसेना की स्थापना
बाला साहेब ठाकरे ने 1966 में शिवसेना की स्थापना की थी। शिवाजी पार्क में शिवसेना ने पहली रैली की थी। तब बाला साहेब ठाकरे की अगुवाई में शिवसेना ने अपना सफर शुरू किया। साल 2022 में जब एकनाथ शिंदे ने बगावत की उसके बाद पार्टी दो गुट में बट गई। एक गुट उद्धव का तो दूसरा एकनाथ शिंदे का।
एकनाथ शिंदे ने 1 साल पहले जब पार्टी तोड़ी तब उन्होंने शिवसेना के कांग्रेस के साथ जाने का भी हवाला दिया था। साथ ही यह भी आरोप लगाया था कि उद्धव की अगुवाई में शिवसेना अपने मूलविचार से भटक गई और जिस कांग्रेस और उसकी नीतियों का बाला साहेब विरोध करते रहे उसी के साथ सरकार बना ली जिससे कार्यकर्ता नाराज हैं।
उद्धव ठाकरे गुट ने एकनाथ शिंदे के इन आरोपों को खारिज किया था। उनका कहना है कि पार्टी कभी अपने मूल से नहीं भटकी। कांग्रेस के साथ बनाने ते बाद भी हिन्दुत्व, सावरकर समेत अन्य मुद्दों पर उसकी नीतियों में कोई बदलाव नहीं आया है।
उत्तराधिकार पर हो रही जंग
अगर बंटवारा नहीं होता तो ये बाला साहेब ठाकरे की स्थापित शिवसेना की 57वीं रैली होती लेकिन अब दोनों गुटों की यह दूसरी रैली है। उद्धव गुट शिवाजी पार्क में और शिंदे गुट आजाद मैदान से हुंकार भरेगा तो दोनों की कोशिश है कि वह जनता में खुद को बाला साहेब का उत्तराधिकारी बता सकें। उद्धव के अगुवाई वाली शिवसेना ने अपने सोशल मीडिया पेज पर जहां एक वीडियो शेयर कर पिछले 57 सालों का सफर जारी किया है तो वहीं सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा है कि वह बाला साहेब की हिन्दुत्व की विचारधारा के पथ पर अग्रसर हैं।
सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक पोस्ट में एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने सवा साल पहले पूज्य हिंदू हृदय सम्राट शिव सेना प्रमुख बाला साहब ठाकरे के विचारों को अपनाकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। हम बालासाहेब के हिंदुत्व को, उनके विचारों को, उनकी पार्टी को और उनके इरादे के अनुरूप नेतृत्व करने का ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।
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