यूपी चुनाव 2022 : ओवैसी की AIMIM ने पंडित महमोहन झा को दी टिकट, जानें कौन सी होगी विधानसभा सीट?
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है। असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम ने आगामी यूपी विधानसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट सोमवार को जारी कर दी। इस लिस्ट में एआईएमआईएम ने पहली बार साहिबाबाद सीट पर ब्राह्मण कार्ड खेलकर सबको हैरान कर दिया है।
साहिबाबाद सीट पर एआईएमआईएम ने सपा के बागी पंडित मनमोहन झा उर्फ गामा (Manmohan Jha Gama) को टिकट दिया है। माना जा रहा है कि उनके मैदान में आने से यहां मुकाबला दिलचस्प हो सकता है। एआईएमआईएम की दूसरी सूची में आठ उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इससे पहले एआईएमआईएम ने नौ सीटों के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।
मूलरूप से बिहार के रहने वाले मनमोहन झा दसवीं तक पढ़े हैं। बेहद गरीब परिवार से होने के कारण वह छोटी सी उम्र में ही काम की तलाश में दिल्ली आ गए थे। इसके बाद से ही उनका राजनीतिक संघर्ष जारी है। अब से पहले समाजवादी पार्टी में जिला उपाध्यक्ष और साहिबाबाद विधानसभा के प्रभारी भी रह चुके हैं।
साहिबाबाद में गामा के नाम से प्रसिद्ध मनमोहन झा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। अपने कड़े संघर्ष के चलते बेहद कम समय में वह गाजियाबाद और साहिबाबाद क्षेत्र में अच्छी पकड़ बनाने में कामयाब रहे। इसके चलते ही समाजवादी पार्टी में भी जल्द ही उनका राजनीतिक कद तेजी से बढ़ते गया।
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में कहा कि हमने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। अन्य चरणों के लिए और उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। हमने चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार वर्चुअल रैलियां आयोजित करने की व्यवस्था की है।
बता दें कि, साहिबाबाद विधानसभा सीट पूरे प्रदेश में सबसे अधिक मतदाताओं वाली सीट है। यहां से वर्ष 2012 में जहां 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे, वहीं पिछले चुनाव में 11 प्रत्याशी मैदान में थे। इससे पूर्व साहिबाबाद खेकड़ा विधानसभा का हिस्सा होता था, लेकिन नए परिसीमन के आधार पर वर्ष 2012 में हुए चुनाव में बहुजन समाजवादी पार्टी के अमरपाल शर्मा ने भाजपा के सुनील शर्मा को यहां से हराया। इस बार राजनीतिक दलों से टिकट नहीं मिलने पर उनके नाराज नेता निर्दलीय ही चुनाव में उतरने की घोषणा कर रहे हैं। ऐसे में इस बार साहिबाबाद सीट पर निर्दलीय निर्णायक भूमिका में रहने के अधिक आसार हैं।