आखिर क्यों सीएम योगी से मतदाता बोले- आप निश्चिंत होकर प्रदेश देखें, हम लोग गोरखपुर संभाल लेंगे

Update: 2022-02-06 10:34 GMT

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को घर-घर जाकर लोगों से समर्थन मांगा। इस दौरान लोगों ने कहा कि आप निश्चिंत होकर अन्य जगहों पर प्रचार कीजिए। गोरखपुर को हम लोग देख लेंगे। आपको यहां आने की जरूरत नहीं। आप प्रदेश संभालिए। यहां देखने के लिए हम काफी हैं। प्रेम व श्रद्धा का यह भाव देख योगी सहित वहां खड़े सभी लोग अभिभूत हो गए।

मतदाता सम्मेलन से पहले मुख्यमंत्री ने मोहद्दीपुर गुरुद्वारा में मत्था टेका और अपनी श्रद्धा निवेदित की। सरदार रक्षपाल सिंह ने उन्हें सरोपा भेंट किया। योगी ने गुरुद्वारा का निरीक्षण भी किया। गुरुद्वारा का सुंदरीकरण कराया गया है। इस मौके पर रविंदर सिंह, प्रभजोत सिंह, गुरमीत सिंह, मनमोहन सिंह, जयपाल सिंह कोहली, अमृतपाल सिंह, कुलवंत कौर व अमर अमर जीत सिंह मौजूद रहे।

मोहद्दीपुर गुरुद्वारा के सामने आयोजित मतदाता सम्मेलन में पहुंचते ही योगी आदित्यनाथ ने खुद को पंजाबी समाज से जोड़ा और मंच से कहा 'जो बोले सो निहाल सतश्री अकाल'। इस दौरान खूब तालियां बजीं। जय श्रीराम के नारे भी लगे। संचालन उत्तर राज्य पंजाबी अकादमी के सदस्य सरदार जरनैल सिंह नीटू ने किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य स्थित गोरखपुर (शहर) विधानसभा सीट से नामांकन किया. नामांकन से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने रुद्राभिषेक किया. सीएम योगी आदित्यनाथ के नामांकन के दौरान उनके साथ गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह मौजूद थे. योगी आदित्यनाथ के नामांकन के लिए प्रस्तावक के तौर पर शिक्षाविद मयंकेश्वर पांडेय और केमिकल इंजीनियर सुरेंद्र कुमार अग्रवाल भी मौजूद रहे।

पहली बार विधान सभा चुनाव लड़ रहे सीएम योगी आदित्यनाथ हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से BSC करने के बाद साल 1992 में गोरखपुर आए और महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली और साल 1994 में संन्यासी बन गए . इसके बाद योगी आदित्यनाथ साल 1998-2017 तक लगातार 5 बार गोरखपुर से सांसद रहे. गौरतलब है कि गोरखपुर में 33 साल में कुल 8 विधानसभा चुनाव हुए जिसमें 7 बार BJP और 1 बार हिन्दू महासभा ने जीत दर्ज की. साल कांग्रेस 33 साल में एक बार भी इस सीट से नहीं जीती

गोरखपुर में क्या हैं जातीय समीकरण?

गोरखपुर में अगर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां कायस्थ 95 हजार, ब्राह्मण 55 हजार,मुस्लिम 55 हजार,क्षत्रिय 25 हजार,वैश्य 45 हजार,निषाद 25 हजार,यादव 25 हजार ,दलित 20 हजार और सैनी 30 हजार अनुमानित वोट हैं.  बता दें गोरखपुर जिले में गोरखपुर की 9 विधानसभा सीटें हैं. साल 2017 में यहां की कैम्पियरगंज सीट से बीजेपी,पिपराइच सीट से बीजेपी,गोरखपुर ग्रामीण सीट से बीजेपी,गोरखपुर शहर सीट से बीजेपी,सहजवना सीट से बीजेपी,खजनी सीट सेबीजेपी,चौरी चौरा सीट से बीजेपी,बांसगांव सीट से बीजेपी और चिल्लूपार सीट से बसपा ने जीत दर्ज की थी.

Tags:    

Similar News