25 मार्च 2022 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दूसरी बार निर्वाचित भारतीय जनता पार्टी जी सरकार पद और गोपनीयता की शपथ लेगी. भव्य शपथ समारोह के लिए पूरे लखनऊ को सजाया संवारा जा रहा है लेकिन यूपी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासी जमीन पर खासा दखल रखने वाले राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी को शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्योता नहीं मिला है. जयंत चौधरी ने स्पष्ट किया कि वह शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जा रहे हैं.
विधान परिषद चुनाव को लेकर मेरठ के एक गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं और नेताओं से रूबरू जयंत चौधरी ने चुनाव जीतने की रणनीति तैयार की है उन्होंने इस बाबत अपने कार्यकर्ताओं को निर्देशित भी किया है. पत्रकारों से रूबरू जयंत चौधरी ने कहा कि बुलंदशहर, एटा समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जिस तरह की गुंडई की है वह लोकतंत्र पर कुठाराघात है. अगर बीजेपी को एमएलसी चुनाव में यकीन नहीं है तो वह सीधे ही अपने नेताओं को एमएलसी पद के लिए नॉमिनेट कर दे. उन्होंने कहा राजनीति में ऐसा माहौल दुख का विषय है.
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद से हाल ही में हुई मुलाकात को लेकर जयंत चौधरी ने कहा कि चंद्रशेखर आज़ाद जमीनी नेता है और जमीनी मुद्दों को लेकर वह बेहद संजीदा है. हम लोगों ने एक साथ बैठकर जमीन से जुड़े जनता के मुद्दों पर बातचीत की है. यह पूछे जाने पर कि क्या आगे आने वाले चुनाव में उनका गठबंधन चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से रहेगा? जयंत चौधरी ने कहा कि हम बीजेपी की तरह केवल चुनावों की बात नहीं करते हमें जनता के मुद्दों पर भी कदम उठाने हैं.
योगी आदित्यनाथ की 2.0 सरकार के शपथ ग्रहण को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में जाने का न्योता भी मिलता तब भी वह नहीं जाते. कारण पूछने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनावों में बीजेपी के नेता जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं उससे राजनीतिक जीवन में संबंधों की शुचिता प्रदूषित होती है. बीजेपी के नेताओं ने विपक्ष के नेताओं के खिलाफ आतंकवादी जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया. परिस्थिति देखिये, अब सबको साथ ही एक ही विधानसभा में बैठना पड़ेगा.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल को अब तक का रिकॉर्ड वोट जनता ने दिया है. कमियां क्या रही, कहां रही, उन पर समीक्षा चल रही है. हमने एक ईमेल आईडी जारी करके कार्यकर्ता और जनता से समीक्षा के बिंदु मांगे हैं. हमारी पार्टी समीक्षा के साथ कमियों पर मंथन भी करेगी और उनमें आगे सुधार भी किया जाएगा.
बुलंदशहर में राष्ट्रीय लोकदल-सपा गठबंधन के एमएलसी चुनाव प्रत्याशी के पर्चा वापस लिए जाने के मामले पर भी जयंत चौधरी ने बात की. उन्होंने कहा कि बीजेपी दबाब बनाकर प्रत्याशियों का उत्पीड़न करती है. अगर किसी का कोई कारोबार है तो उसे बंद कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जाता है. ऐसे में प्रत्याशी के सामने चुनाव की चुनौतियों के अलावा भविष्य की मुश्किलें भी खड़ी हो जाती हैं. हमारी पार्टी इन मुश्किलों से निपटने के लिए भी रणनीति तैयार करेगी.