हवेली खड़गपुर। शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध चित्रकार आचार्य नंदलाल बसु की जयंती पर नगर क्षेत्र के नंदलाल बसु चौक स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर प्रशासनिक पदाधिकारी, बुद्धिजीवी, शिक्षाविद व समाजसेवियों के द्वारा पुष्पांजलि और माल्यार्पण किया गया। नगर क्षेत्र के एससीएस डीएवी पब्लिक स्कूल के द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान नंदलाल बसु चौक पर विभिन्न विद्यालय के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने पूरे भाव के साथ आचार्य बसु, भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न राजेंद्र प्रसाद एवं शहीद खुदीराम बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धा पूर्वक नमन किया।
साथ ही मुंगेर जिला स्थापना दिवस मनाया। मुख्य अतिथि के रूप में अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी राकेश कुमार जबकि विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद प्रो. उमेश कुंवर उग्र एवं रविंद्र कुमार सिंह विशेष रूप से मौजूद थे। प्राचार्य सत्येंद्र कुमार सिंह के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एसडीपीओ राकेश कुमार ने कहा कि नन्दलाल बसु की धरती कला एवं संस्कृति से भरी पूरी है। पूर्व प्राचार्य प्रो. उमेश कुंवर उग्र ने कहा कि आचार्य बसु ने खड़गपुर की गौरव गरिमा को अंतर्राष्ट्रीय क्षितिज पर स्थापित किया। उन्होंने ख्याति प्राप्त चित्रकार राजा रवि वर्मा के चित्रों से उनके चित्रों की तुलना की है। इनकी कृति में विविधता है। उन्होंने कहा कि संविधान के मौलिक आवरण में जो चित्र उन्होंने बनाए हैं उसमें मुगल सम्राट अकबर के चित्रों को जगह दिए जाने को लेकर उन्होंने सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि आचार्य बसु ने संविधान के पृष्ठों में मुगल सम्राट अकबर को जगह दी है जो अनुचित है इनकी जगह देश के लिए सर्वस्व समर्पित करने वाले बहादुर शाह जफर को संविधान के पृष्ठ पर जगह देनी चाहिए। इस कार्यक्रम के दौरान आचार्य बसु के साथ देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद एवं देशभक्त खुदीराम बोस को भी प्रबुद्ध जनों ने स्मरण और नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर डीएवी सहित सरस्वती विद्या मंदिर झील पथ, सिटी प्राईड स्कूल के शिक्षक शिक्षिका एवं छात्र-छात्राएं व प्रबुद्ध जनों के साथ पुलिस बल के जवानों ने भी भावपूर्वक कला गुरु की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। इस मौके पर स्वराज चन्द्र साहा, रंजीत कुमार झा, निर्मल परमार, संजीव कुमार, वंदना कुमारी, शारदा सुमन, धनंजय शर्मा, दीपक पांडे, स्मृति सिन्हा, शशि सौरभ आदि समेत प्रबुद्धजन मौजूद थे।