मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दूसरी पारी का कामकाज संभालने के बाद अपने सभी मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ परिचयात्मक बैठक की। इसमें उन्होंने सहयोगियों से सरकार के कामकाज का एजेंडा साझा किया। विभाग वितरण के बाद मंत्री इसी के हिसाब से कामकाज को आगे बढ़ाएंगे।
मंत्रिमंडल की यह पहली बैठक लोकभवन स्थित कैबिनेट सभागार में शाम सात बजे के बाद शुरू हुई। इसमें उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के साथ सभी कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व राज्यमंत्री शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने पिछले कार्यकाल के अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाने के साथ सुशासन को मजबूती देने का एलान किया है। 53 सदस्यीय नए मंत्रिमंडल में 28 सदस्यों को पहली बार मौका मिला है। इनमें कई तो पहली बार चुनाव जीतते ही मंत्री बन गए हैं।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को विभाग में कामकाज के तौरतरीके के साथ पारदर्शिता व ईमानदारी की कसौटी पर काम करने का मंत्र दिया है। उनसे साफ कहा कि हर मंत्री को काम करने का टारगेट दिया जाएगा। मंत्रियों की हर महीने परफार्मेंस परखी जाएगी। छह महीने बाद उनका रिपोर्ट कार्ड देखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों को उनकी बड़ी जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए कहा कि आपको संगठन से तालमेल बनाते हुए काम करना है। भ्रष्टाचार व अपराध के मामले में सरकार की शुरू से जीरो टालरेंस नीति रही है। इसलिए पादर्शिता व भ्रष्टाचार मुक्त शासन हमें देना है और जनता के लिए पूरी तरह लग कर काम करना है।
राज्य की कमान संभालने के बाद उन्होंने लोकभवन में अपने मंत्रियों के साथ बैठक की और एक दूसरे का परिचय कराया। इसके साथ ही अपनी सरकार की प्राथमिकताओं से भी अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि आप सबके सहयोग से हमें यूपी को नंबर एक बनाना है। राज्य के करोड़ों लोगों की उम्मीदों को अपने पहले शासन में पूरा किया है और आगे भी इसी दिशा में काम करना है और हर क्षेत्र में तरक्की करना है।
सीएम ने कहा कि आप लोगों को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। हर मंत्री की विभागीय बैठक में परफार्मेंस देखी जाएगी। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की रफ्तार को और तेज करते हुए प्रभावी तरीके से जमीन पर उतारना है। इसके आम जनमानस में सरकार व आप लोगों की लोकप्रियता बढ़ेगी।
योगी आदित्यनाथ ने करीब डेढ़ घंटे तक मंत्रियों के साथ अनौपचारिक बात की। चूंकि अभी विभागों का वितरण नहीं हुआ, इसलिए मुख्यमंत्री ने विभागों के बारे में चर्चा न कर समग्रता में भाजपा के संकल्प पत्र के हिसाब से तेजी व प्रभावी तरीके से काम करने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने पहले मंत्रियों से उनके बारे में जानकारी ली। उनसे शिक्षा, अनुभव, क्षेत्र की समस्याओं आदि के बारे में जानकारी ली। सीएम ने दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक का भी परिचय कराया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त किया। सीएम ने शनिवार को अपनी पहली कैबिनेट बैठक होगी।