5 साल के जुड़वा भाइयों की अपहरण के बाद हत्या, 11 दिन बाद मिली लाश, 6 गिरफ्तार, धारा-144 लागू
पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच इस घटना से दोनों राज्यों की राजनीति गरमा गई है।
मध्य प्रदेश के चित्रकूट जिले में 12 फरवरी को जिन पांच वर्षीय जुड़वा भाइयों का स्कूल बस में बंदूक की नोक पर अपहरण हुआ था, अब उनके शव (शनिवार को) यूपी के बांदा में मिले हैं। इस वारदात ने हर किसी को हिलाकर रख दिया है। खासकर चित्रकूट में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और वहां अभी धारा-144 लागू कर दी गई है।
एमपी पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच इस घटना से दोनों राज्यों की राजनीति गरमा गई है। एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और वह स्तब्ध हैं। वहीं, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि अब मां-बाप बच्चों को स्कूल भेजने से भी डरेंगे! देश की कानून-व्यवस्था अब इससे ज्यादा क्या बिगड़ेगी?
इन दोनों भाइयों को स्कूल बस के अंदर से 12 फरवरी को किडनैप किया गया था। सूत्रों की मानें तो अपहरणकर्ताओं ने बच्चों के पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। बच्चों के पिता उन्हें 20 लाख रुपये दे भी चुके थे, लेकिन शनिवार रात बच्चों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा में बबेरू इलाके के पास यमुना नदी में मिले।
Madhya Pradesh: Protest in Chitrakoot after two children who were abducted from a school bus in the district on February 12 were found dead in a river in Uttar Pradesh's Banda today. Section 144 (prohibits assembly of more than 4 people in an area) imposed in Chitrakoot pic.twitter.com/9G8KdDiHpU
— ANI (@ANI) February 24, 2019
पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चे प्रियांश और श्रेयांश पांच साल के थे। वह अपने माता-पिता के साथ चित्रकूट धाम (कर्वी) के रामघाट में रहते थे। उनके पिता ब्रजेश रावत तेल के व्यापारी हैं। बच्चे मध्य प्रदेश के हिस्से में आने वाले चित्रकूट स्थित सद्गुरु पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। 12 फरवरी को स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे स्कूल बस में घर जाने के लिए बैठ रहे थे। बस चलने से पहले ही कुछ नकाबपोश लोग हाथों में हथियार लेकर बस में चढ़े और बच्चे का किडनैप कर लिया।
एसपी सतना संतोष कुमार गौर ने बताया कि इस घटना में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी इंजिनियरिंग के छात्र हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों में से पांच यूपी के और एक एमपी का रहने वाला है। जिस ट्रस्ट के स्कूल में बच्चे पढ़ते थे, उसी ट्रस्ट में आरोपी भी काम करते थे। एक आरोपी बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। संदेह है कि उसी ने घटना की साजिश रची है।