प्रयागराज में 35 गायों के मौत से मचा हड़कंप
बहादुरपुर ब्लॉक के कांदी गांव में एक ही दिन 35 से ज्यादा गायों की मौत से खलबली मच गई है
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 35 से अधिक गायों की मौत हो गई है। बहादुरपुर ब्लॉक के कांदी गांव में एक ही दिन 35 से ज्यादा गायों की मौत से खलबली मच गई है। एक ओर प्रशासन पर गायों के रखरखाव को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लग रहा है। वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि गायों की मौत की वजह आकाशी बिजली है। जिलाधिकारी भानू चंद्र गोस्वामी गायों की मौत को प्रथमदृष्ट्या आकाशीय बिजली गिरने से मौत होने की बात कह रहे हैं,
लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो जब से कांदी गांव में गौशाला का निर्माण हुआ, प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोगों की मानें तो तीन दिन से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इसके चलते गौशाला तालाब में तब्दील हो गया। कोई देखने वाला नहीं था। पानी बरसने से बने तालाब में दलदल में फंसकर गोवंशों की मौत हो गई। कांदी गांव के प्रधान सचेंद्र प्रताप सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि यहां 356 गायें थीं जिसमें से 30-32 गायें मरीं है। रात करीब ढाई बजे बिजली गिरी जिसके बाद मैं भागकर वहां गया। बाकी बची गायों को पास की एक गौशाला में स्थानांतरित कराया गया है।
ग्रामीणों ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर बिजली गिरती तो यहां के लोगों को पता नहीं चलता? अगर बिजली गिरती तो पानी में सारे जानवर मर गए होते। इस गौशाला में कोई टिनशेड भी नहीं है और पिछले कई दिनों से ज्यादातर गाये खुले आसमान में बारिश में भीग रही थीं। मौके पर मौजूद अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) विजय शंकर दूबे ने कहा है कि वास्तव में आकाशीय बिजली गिरने से 22 जानवर तत्काल मर गए। इसके बाद आज दोपहर 12 बजे के आसपास घायल छह जानवर मर गए और शाम पांच बजे के लगभग 7 जानवर इलाज के दौरान मरे।
मौत का शिकार हुई गायों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उन्हें पड़ोस में ही दफना दिया है। पीएम रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है। गौशाला में बची हुई 309 गायों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। वहां अब साफ सफाई, चारे पानी व शेड के इंतजाम किए जा रहे हैं।