UP ह्यूमन राइट्स कमीशन के चेयरमैन बनाए गए HC के रिटायर जज बीके नारायण
आरुषि हत्याकांड पर दिए गए फैसले के बाद बीके नारायण चर्चा में आए थे.
इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज बाल कृष्ण नारायण (Justice BK Narayan) यूपी ह्यूमन राइट्स कमीशन के चेयमैन(Human Rights Commission Chairman) बनाए गए हैं. वह अगले 3 सालों तक चेयमैन के पद पर बने रहेंगे. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उनका नियुक्ति पत्र जारी किया गया है. बीके नारायण जुलाई 2020 में हाईकोर्ट से रिटायर हुए थे. वह 12 सालों तक हाईकोर्ट में बातौर जज काम कर रहे थे.
बतादें कि आरुषि हत्याकांड (Arushi Murder Case) पर दिए गए फैसले के बाद बीके नारायण चर्चा में आए थे. उन्होंने जेल की सजा काट रहे आरुषी के माता-पिता को रिहा करने का फैसला सुनाया था. बतादें कि जस्टिस बीके नारायण का जन्म 27 जुलाई 1958 को हुआ था. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad University) से ही उन्होंने लॉ की पढ़ाई पूरी की थी. वह लंबे समय तक सिविल,रेवेन्यू और क्रिमिनल मामलों के वकील रहे.
जुलाई 2020 में जज के पद से हुए रिटायर
5 मई 2008 को उन्होंने हाईकोर्ट के जज के तौर पर शपथ ली थी. जुलाई 2020 में वह जज के पद से रिटायर हो गए. जज के तौर पर उन्होंने कई ऐतिहासिक मामलों में फैसले दिए.