सपा अध्यक्ष पूर्व मुख्मंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि आयोग ने पारदर्शी कार्यप्रणाली नहीं अपनाई और सूची में जुड़ने वाले नाम और कटने वाले नाम के बारे में जानकारी नहीं दी तो आयोग के खिलाफ धरना दिया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर सभी एजेंसियां मनमानी कर रही हैं। एसआईटी पर भी आरोप लग रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट सवाल कर रहा है। ऐसे में भाजपा बताए कि एसआईटी की जांच कब होगी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि मतदाता सूची में करीब 21 लाख 56 हजार 262 नाम जोड़े गए हैं और 16 लाख 42 हजार 756 नाम काटे गए हैं। नाम जोड़ने और काटने की सूची आयोग उपलब्ध नहीं करा रहा है। जबकि हर चुनाव में यह सूची जारी की जाती थी। लेकिन इस साल आयोग दवाब में कार्य कर रहा है।
अखिलेश ने कहा कि चुनाव आयोग में दिल्ली में जितने अधिकारी गए हैं सब यूपी से गए हैं। यूपी में ही चुनाव है। हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग कार्यप्रणाली बदलेगा और निष्पक्ष काम करेगा। उन्होंने कहा है कि भाजपा की भेदभाव और नफरत की राजनीति से सभी लोग नाराज हैं। हर स्तर पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है।