वसीम रिजवी ने मुस्लिम कट्टरपंथियों दी चुनौती
उत्तर प्रदेश शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड, वसीम रिजवी, मुस्लिम महिलाएं सिंदूर लगा सकती हैं, दारुल उलूम देवबंद, नुसरत का सिंदूर लगा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने शुक्रवार को मुस्लिम महिलाओं के श्रृंगार संबंधित आजादी पर अपनी राय रखकर कट्टरपंथियों को चुनौती दे दी है। वसीम रिजवी ने अपने बयान में कहा कि मुस्लिम महिलाएं सिंदूर लगा सकती हैं, चूड़ियां और मंगलसूत्र पहनती हैं या फिर बिंदी लगाती हैं, तो सरई तौर पर यह बिल्कुल हराम नहीं है। अगर कोई इसको गलत कहता है तो वह गलत है। उन्होंने कहा कि मै पूरी दुनिया के कट्टरपंथियों को चुनौती देता हूं। जो महिलाओं के सिंदूर, चूड़ियां, मंगलसूत्र या बिंदी पहनने को हराम कहते हैं। वे लोग साबित करें कि यह कैसे हराम है। यह तालीबानी मानसिकता का प्रचार है, हिन्दुस्तान में।
बतादें कि हाल ही में टीएमसी की सासंद नुशरत जहा ने मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पहन जब शपथ लेने संसद पहुंचीं तो वह सत्र के दौरान पारंपरिक अंदाज में नजर आईं। नुसरत ने माथे पर सिंदूर, हाथों में मेहंदी और चूड़ा पहना हुआ था। उनकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी, जिसके बाद देवबंदी उलेमा ने इस पर एतराज जताते हुए नुसरत जहां के खिलाफ फतवा जारी कर दिया था। सहारनपुर के इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने नुसरत के मंगलसूत्र पहनने पर फतवा जारी किया है। उनके मुताबिक नुसरत का सिंदूर लगाना इस्लाम के नियमों के खिलाफ है। नुसरत जहां ने हाल ही में कोलकाता के बिजनसमैन निखिल जैन से शादी की है।