स्वतंत्रता दिवस से पहले वसीम रिजवी का बयान,हरे रंग का चांद-तारा नहीं ....
हिंदुस्तान के कट्टरपंथी मुसलमानों को यह तय करना होगा कि उन्हें हिंदुस्तान के तिरंगे झंडे से मोहब्बत कर उसे बुलंद करना है या फिर इस्लामिक झंडा को।
उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने स्वतंत्रता दिवस से पहले एक संदेश दिया और कहा है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन चांद तारे वाले हरे झंडे को फहराने से मना किया है। उन्होंने हरे रंगे के झंडे की जगह अपने देश का तिरंगा झंडा फहराने की अपील की है। वसीम रिजवी ने मंगलवार को अपने एक बयान में कहा कि हिंदुस्तान के कट्टरपंथी मुसलमानों को यह तय करना होगा कि उन्हें हिंदुस्तान के तिरंगे झंडे से मोहब्बत कर उसे बुलंद करना है या फिर इस्लामिक झंडा को, जो पाकिस्तान के चांद तारे वाले झंडे का रुप उसे बुलंद करना है।
हालांकि रिजवी ने ये कहा कि जो लोग हरे रंग के झंडे को अपने मदरसों, अपने घरों में लगाते है और जूलुसों में लेकर चलते हैं, वे लोग देश के गद्दार हो सकते हैं लेकिन हिंदुस्तानी मुसलमान नहीं हो सकते। ऐसे लोगों को हिंदुस्तान में रहना है तो उन्हें तिरंगे झंडे से मोहब्बत करनी होगी। राष्ट्रगान को गाना होगा। इसके लिए हम लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में एक रीट याचिका दायर कर रखी है कि हिंदुस्तान में चांद तारा वाला झंडा नहीं फहर सकता है। जिस पर जल्द फैसला होने वाला है।
बतादे कि इससे पहले भी यानि 14 जुलाई को वो यूपी के मदरसों पर भी सवाल खड़ा किये थे। रिजवी ने कहा कि यूपी के मदरसों में आजकल किताबों की जगह हथियार बरामद हो रहे हैं,जो आने वाले वक्त में हिन्दुस्तान के लिए एक बड़ा खतरा है। उन्होंने मदरसों में चल रही संदिग्ध गतिविधियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन मदरसों में ईएसआईएस के सिपाहियों को तैयार किया जा रहा है। रिजवी ने मदरसों पर तब सवाल खड़े किये थे जब बिजनौर जनपद की शेरकोट पुलिस ने एक मदरसे में हथियारों को सप्लाई करने के खेल का खुलासा किया था। पुलिस ने मदरसे से हथियारों का जखीरा बरामद किया था। हथियार सप्लाई करने में इस्तेमाल होने वाली स्विफ्ट डिजायर गाड़ी भी मदरसे से मिली थी।