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- अथ श्री डिप्रेशन कथा...
अथ श्री डिप्रेशन कथा की पांचवी सीरीज: दिव्या को भी था सुशांत जैसा खुशियों में डूबा डिप्रेशन?
अगली सीरीज की कहानी अगले दिन क्रमशः
दिव्या को भी था सुशांत जैसा खुशियों में डूबा डिप्रेशन?
- मौत वाले दिन ही दिव्या भारती ने नया घर खरीदा था और इतनी ज्यादा खुश थीं कि सड़कों पर ही नाचने लगी थीं. खुशी से नाचने के दौरान ही उनके पति ने फोन के जरिए कहलाया कि घर पर फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला और उनके डॉक्टर पति श्याम लुल्ला इंतजार कर रहे हैं. इसके अलावा, दिव्या की सफलता का उस वक्त यह आलम था कि इतनी कम उम्र में बॉलीवुड में सबसे ज्यादा फिल्में उनके पास थीं और सबसे ज्यादा फीस उनकी थी.
- महज कुछ घंटों बाद फिर दिव्या के पति ने बताया कि वह किसी काम से बाहर थे और डिप्रेशन में आकर दिव्या ने बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल से लुल्ला दंपत्ति के सामने ही छलांग लगाकर जान दे दी.
- दिव्या भारती की मौत 5 अप्रैल 1993 को हुई थी जबकि मुंबई बॉम्ब ब्लास्ट की घटना उससे एक महीना पहले ही हुई थी। मीडिया में इस तरह की अटकलें भी लगाई गईं कि उनके फिल्म निर्माता पति साजिद नाडियाडवाला के दाऊद इब्राहिम से गहरे संबंध थे और दिव्या भारती मुंबई बॉम्ब ब्लास्ट या दाऊद से साजिद के संबंधों का कोई राज जान चुकी थीं। इसके चलते उनका पति साजिद से विवाद हुआ और फिर उनकी हत्या करके इसे डिप्रेशन से हुई आत्महत्या करार दे दिया गया।
- 2015 में मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, दाऊद इब्राहिम से संबंधों के लिए मरहूम दिव्या भारती के पति साजिद से पुलिस ने गहन पूछताछ भी की थी। दुबई में दाऊद द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में साजिद के शामिल होने की खबरों के आधार पर यह पूछताछ हुई थी।
महेश भट्ट या अशरफ भट्ट !!!
- महेश भट्ट ने दूसरी शादी सोनी राजदान से करने के लिए इस्लाम धर्म अपना कर अपना नाम अशरफ भट्ट रख लिया था। निकाह पढ़े जाने से पहले सोनी राजदान ने भी इस्लाम अपना कर अपना नाम सकीना भट्ट रख लिया था। इस शादी से ही भट्ट को दो बेटियां हुईं, जिनके नाम भी भट्ट ने इस्लामी नामों में से ही चुनकर रखे। अलिया अरबी नाम है, जिसका अर्थ आकाश होता है। दूसरी बेटी शाहीन का नाम परशियन है और इसका अर्थ राजसी होता है।
- भट्ट की पहली पत्नी ईसाई थीं, जिनका नाम शादी के बाद बदलकर किरण भट्ट रखा गया था। किरण से भट्ट को पूजा भट्ट और राहुल भट्ट नाम के दो बच्चे हुए। भट्ट अपने दोनों बच्चों का नाम इस्लामी ही रखना चाहते थे लेकिन किरण के जबरदस्त विरोध के कारण ऐसा नहीं हुआ। खुद बेटे राहुल ने पाकिस्तानी आतंकवादी हेडली से दोस्ती के आरोपों में फंसने के बाद बताया था कि महेश भट्ट उसका नाम मोहम्मद रखना चाहते थे। राहुल का कहना था कि अगर उसका नाम राहुल की बजाय मोहम्मद होता तो फिर उसका पाकिस्तानी आतंकवादियों से सांठगांठ के आरोप में जेल जाना तय था। अपने राहुल नाम के लिए वह अपनी मां का शुक्रगुजार भी था।
- असल में महेश भट्ट का इस्लाम के प्रति लगाव होने की बहुत वाजिब वजह है। उनके पिता नानाभाई भट्ट ब्राह्मण भले ही थे मगर उन्होंने भट्ट की मां शीरीन मोहम्मद अली से कभी शादी नहीं की थी। शीरीन दाउदी वोहरा मुसलमान थीं।
- पिता का हिन्दू नाम उनकी मुस्लिम मां ने उन्हें दे तो दिया लेकिन अपने पिता से उन्हें कोई लगाव नहीं था या शायद नफरत ही थी। भट्ट ने एक बार खुद ही मीडिया से कहा था कि " मैं तो जानता ही नहीं कि पिता क्या होता है। मुझे तो पिता के रूप में कोई कभी मिला ही नहीं। पिता की कोई याद भी मेरे जेहन में नहीं है। इसलिए पिता का क्या रोल होना चाहिए, यह भी मुझे नहीं पता। मैं तो एक अकेली मुस्लिम महिला शीरीन मोहम्मद अली की नाजायज औलाद हूं।"
दाऊद से रिश्तों के आरोपियों से गहरा रहा याराना
- मुंबई बॉम्ब ब्लास्ट करवाने वाले अपराध जगत के भगोड़े अपराधी एवम आतंकवादी दाऊद इब्राहिम से जुड़े हर ताकतवर इंसान से महेश भट्ट का भी बहुत याराना लगता रहा है
- महेश भट्ट पर सीधे दाऊद इब्राहिम से भी गहरी सांठगांठ रखने का आरोप बराबर लगता रहा है
- दाऊद का विरोधी गैंगस्टर और छोटा राजन का साथी रवि पुजारी करवा चुका है अपने पांच शूटर भेजकर महेश भट्ट, उनके भाई मुकेश भट्ट और महेश भट्ट के बेटे राहुल भट्ट को मरवाने की कोशिश
- हमले की वजह बताते हुए पुजारी ने मीडिया को बताया था कि भट्ट परिवार दाऊद का बेहद करीबी है इसलिए वह इन तीनों की हत्या करना चाहता है।
- इससे पहले टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार की हत्या के लिए दाऊद को सुपारी देने के आरोप में फरार म्यूजिक डायरेक्टर नदीम और निर्माता रमेश तौरानी को बचाने के लिए भी महेश भट्ट ने छेड़ा था जबरदस्त अभियान
- मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर मारिया भी अपनी किताब में गुलशन कुमार की हत्या से महेश भट्ट का अजीबोगरीब नाता रखने का कर चुके हैं खुलासा
- मारिया को खबरी ने बताया कि गुलशन कुमार की हत्या रोज सुबह उनके शिव मंदिर जाने के दौरान दाऊद करवाने वाला है
- मारिया ने यह जानकारी केवल महेश भट्ट से शेयर की क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नाम होने के नाते वह चुपचाप पुष्टि करना चाहते थे कि गुलशन कुमार के रोज शिव मंदिर जाने की जानकारी सही है या नहीं.
- महेश भट्ट से हुई वार्ता के बाद मुंबई पुलिस ने गुलशन कुमार को सुरक्षा भी दे दी तो तीन महीने तक वारदात नहीं हुई। लेकिन जैसे ही उनकी सुरक्षा हटी, गुलशन कुमार की हत्या उसी अंदाज में शिव मंदिर में ही हो गई।
- दाऊद के काले धन को सफेद करने और उसके इशारे पर फिल्म इंडस्ट्री में उनके गलत कामों में साथ देने के आरोप में जेल काट चुके निर्माता भरत शाह और नाजिम रिजवी जैसे लोगों को भी बचाने के लिए महेश भट्ट इंडस्ट्री में छेड़ते रहे हैं पुरजोर मुहिम
- जिस समय नदीम गुलशन कुमार की हत्या में फरार था, तब भी जनता की भावनाओं और मीडिया की आलोचना की परवाह किए बिना अपनी फिल्मों में महेश भट्ट देते रहे हैं काम
- दाऊद के गहरे दोस्त नदीम को फिल्म इंडस्ट्री में अपनी फिल्म आशिकी के जरिए कामयाबी की बुलंदी पर पहुंचाने से लेकर उसकी फरारी के बरसों बाद तक अपनी ज्यादातर फिल्मों में देते रहे हैं काम
- नदीम को बचाने के लिए नदीम के वकील माजिद मेनन को तत्कालीन गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और कानून मंत्री राम जेठमलानी तक से मिलवाने के सूत्रधार बन चुके हैं
- माजिद मेनन भी हैं दाऊद गिरोह के अंडरवर्ल्ड से लेकर 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के अभियुक्तों का मुकदमा लड़ने के लिए कुख्यात
- माजिद मेनन हैं इस समय महाराष्ट्र में एनसीपी के रहमो- करम पर चल रही शिव सेना की गठबंधन सरकार में एनसीपी के बड़े नेता
- शायद यही कारण है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख और ठाकरे परिवार के बाद शिव सेना के सबसे कद्दावर नेता संजय राउत जांच शुरू होते ही लगातार बता रहे इसे आत्महत्या का ओपन एंड शट केस। देशभर से करोड़ों फैन्स की मांग और भारी दबाव के बावजूद नहीं हो रहे सीबीआई जांच पर राजी..
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