देश में कोरोना रहे या न रहे, लेकिन मोदी जी के चमकते ललाट पर लगा कोरोना की तबाही का जिम्मेदार होने का यह धब्बा सरकार जल्द ही मिटा कर रहेगी.
कोई बड़ी बात नहीं कि इस काम के लिए ऐसे तरीके अपनाए जाएं, जिसके तहत कोरोना से तबाही की खबरें धीमे- धीमे गायब ही हो जाएं. कोरोना पीड़ितों और मौत के आंकड़े कम करके इतने घटा दिए जाएंगे, मानों कोरोना है ही नहीं. सरकार उसी दिशा में बढ़ भी रही है. कैसे, यह सिलसिलेवार तरीके से एक के बाद एक किए जा रहे सरकार के कामों से खुद ही देख- समझ लीजिए.
हाई कोर्ट में खुद सरकार ने बताया कि टेस्ट कम कर दिए गए हैं. जाहिर है, टेस्ट कम होने से कोरोना पीड़ितों के आंकड़े घट जाएंगे. आंकड़ें घटे तो यही संदेश जाएगा कि मोदी ने हालात काबू में कर लिए.
इंगलैंड के द गार्डियन और आस्ट्रेलिया के ऑस्ट्रेलिया टुडे के नाम से फर्जी वेबसाइट यहां भारत में भाजपा के समर्थक तंत्र ने बनाई और उसमें कोरोना से निपटने में मोदी की वाहवाही और मीडिया व विपक्ष की आलोचना की गई. उसे बाकायदा सरकार के मंत्री और नेताओं से शेयर भी करवाया गया. मतलब साफ है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में शर्मसार हो रहे मोदी की छवि चमकाने के लिए फर्जीवाड़ा भी किया जा रहा है.
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में जहां जहां कोरोना से भारत में मची तबाही को लेकर मोदी को जिम्मेदार ठहराया गया था, हर उस सरकार और मीडिया संस्थान से मोदी सरकार बाकायदा लिखत- पढ़त में तगड़ा विरोध जता चुकी है.
ट्विटर आदि सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन की मांग करने अथवा इसकी कमी संबंधी कई पोस्ट को हटवाने और मुकदमे दर्ज कराने तक की ख़बरें आ चुकी हैं. यहां तक कि कोर्ट को भी सरकार को इसको लेकर चेतावनी देनी पड़ी कि वह ऐसा न करे.
मीडिया और सोशल मीडिया पर पहले ही भाजपा की आईटी सेल और वानर सेना मोदी की छवि चमकाने के लिए दिन रात तरह तरह की पोस्ट शेयर करने में जुटी हुई है.
मीडिया को पहले ही इस तरह की हिदायत दिए जाने की खबरें आ चुकी हैं कि सकारात्मक खबरें दिखाए. नकारात्मक खबरों से बचे.
शमशान को टीन से ढंक कर फोटोग्राफी पर रोक की खबरें आ ही चुकी हैं.
हस्पताल के बाहर ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की मदद देने वाले पर मुकदमे की खबर भी आ चुकी है.
दिल्ली में सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट स्थल पर चल रहे काम की फोटोग्राफी पर भी प्रतिबंध के बोर्ड लगा दिए गए हैं.
यूपी में योगी जी ने कह ही दिया है कि ऑक्सीजन आदि की कमी नहीं है और इसको लेकर जो भी अफवाह फैलाएगा, उसकी संपत्ति जब्त हो जाएगी. यूपी में कुछ लोगों पर केस दर्ज होने की भी खबरें आ चुकी हैं.
लोग नाहक ही मोदी सरकार पर आरोप लगाते हैं कि वह काम नहीं करती. सरकार कितना काम कर रही है, यह ऊपर लिखी बातों से साफ हो ही गया होगा. यह अलग बात है कि कोरोना से बचाव, हस्पताल, वैक्सीन, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि पर सरकार 'थोड़ी सी' सुस्त, लापरवाह और नाकाम है. लेकिन इसका अर्थ क्या यह है कि हम लोग मोदी जी को भला- बुरा कहने लगें?
इतनी मौतों और इतने हाहाकार के बीच बंदा अगर देश में सकारात्मकता फैलाने का महान काम कर रहा है तो आप यह तो सोचिए कि देश कितने चतुर व्यक्ति के हाथ में है... आप सिर्फ यह भरोसा बनाए रखिए कि मोदी जी के हाथों में देश सुरक्षित है... इसी में देश की और आपकी भी भलाई है..