हेडलाइन मैनेजमेंट: राहुल गाँधी बनाम रविशंकर प्रसाद
यह नहीं समझते हैं कि सोमवार से वीरवार तक चार दिन में अगर नौ रेल यात्री भिन्न कारणों से मर जाएंगे तो रेल गाड़ी में चढ़ने की हिम्मत किसकी होगी।
राहुल गांधी ने कहा कि संपूर्ण लॉक डाउन नुकसानदेह है तो रविशंकर प्रसाद कह रहे हैं वे देश के संकल्प को कमजोर कर रहे हैं। ताली-थाली बजाने वालों का संकल्प यही है कि महाराष्ट्र की हालत खराब है पर गुजरात दिख नहीं रहा।
एक राष्ट्रीय अखबार की संवाददाता राहुल गांधी से जूम प्रेस कांफ्रेंस में पूछती है कि महाराष्ट्र में विपक्ष राष्ट्रपति शासन की मांग कर रहा है। गुजरात में कांग्रेस .... और राहुल गांधी कहते हैं कि हम क्या मांग करें कि भाजपा से लेकर भाजपा को दे दो। और ऐसे माहौल में हेडलाइन मैनेजमेंट।
रेल मंत्री ट्वीट करते हैं कि महाराष्ट्र से चलने के लिए रेलगाड़ियां तैयार हैं पर महाराष्ट्र सरकार जाने वालों का बंदोबस्त नहीं कर पाई। यह नहीं समझते हैं कि सोमवार से वीरवार तक चार दिन में अगर नौ रेल यात्री भिन्न कारणों से मर जाएंगे तो रेल गाड़ी में चढ़ने की हिम्मत किसकी होगी।
रेलवे यह बताने में लगा हुआ है कि ट्रेन रास्ता नहीं भटक रही हैं बल्कि जाम के कारण उन्हें लंबे रास्ते से घुमा कर ले जाया जा रहा है। इस कारण उन्हें खाना पानी नहीं मिल रहा है और हालत ऐसी है कि लोग मर जा रहे हैं पर आप ऐसा कह नहीं सकते क्योंकि बिना पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मौत का कारण पता नहीं चलता है। नौ लोग मर चुके हैं इसका अभी पीआईबी ने फैक्ट चेक नहीं किया है।