तीन बयान सावधान: क्या माना जाये बीजेपी उग्र हिंदुत्ववादी सोच से बाहर निकलने की कोशिश कर रही है?
संतोष सिंह
हिन्दू मुस्लिम रिश्ते को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान फिर पीएम मोदी का बयान और आज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का बयान क्या माना जाये बीजेपी उग्र हिंदुत्ववादी सोच से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है
30 जुलाई–राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा, "वे धर्म और विचारधारा के नाम पर कटुता और संघर्ष पैदा कर रहे हैं, यह पूरे देश को प्रभावित कर रहा है और देश के बाहर भी फैल रहा है।" उन्होंने कहा, 'हमें मूकदर्शक बने रहने के बजाय अपनी आवाज को मजबूत करने के साथ-साथ अपने मतभेदों पर जमीनी स्तर पर काम करना होगा। हमें भारत के हर वर्ग को यह महसूस कराना है कि हम एक साथ एक देश हैं, हमें इस पर गर्व है और यहां हर धर्म को स्वतंत्रता के साथ स्वीकार किया जा सकता है।"
18 जून 2022–पीएम मोदी
अब्बास अपने पिता के साथ पास के गांव में रहता था। लेकिन उसके पिता की असमय मौत हो गई। जिसके बाद मेरे पिता अब्बास को घर ले आए। पीएम मोदी ने कहा कि अब्बास अपनी पढ़ाई पूरी करने तक परिवार के साथ रहे, ईद पर मां अब्बास के लिए उसकी पसंद के पकवान बनाती थीं।
2 जून 2022– संघ प्रमुख मोहन भागवत
इतिहास वो है जिसे हम बदल नहीं सकते. इसे न आज के हिंदुओं ने बनाया और न ही आज के मुसलमानों ने, ये उस समय घटा.... हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना?.... अब हमको कोई आंदोलन करना नहीं है..