हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन' के कमाण्डर इन चीफ़ शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद का जन्मदिन है।
आज़ाद की छवि हमेशा एक कुशल संगठनकर्ता और बहादुर क्रान्तिकारी के रूप में प्रस्तुत की जाती है ...
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आज 'हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन' के कमाण्डर इन चीफ़ शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद का जन्मदिन है।
आज़ाद की छवि हमेशा एक कुशल संगठनकर्ता और बहादुर क्रान्तिकारी के रूप में प्रस्तुत की जाती है और इस तथ्य को दृष्टि-ओझल किया जाता है कि वह अपनी कम शिक्षा के बावजूद एक तार्किक और विचारशील क्रान्तिकारी थे। भगतसिंह, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, विजय कुमार सिन्हा और भगवतीचरण वोहरा जैसे उनके अध्ययनशील साथी समाजवाद और रूसी क्रान्ति के बारे में जो अध्ययन करते थे, उसके बारे में वह उनसे विस्तार से सुनते थे और चिन्तन-मनन करते थे। उनकी पूर्ण सहमति से ही एच एस आर ए ने मज़दूर राज और समाजवाद की स्थापना को अपना लक्ष्य बनाया था और क्रान्तिकारी युवाओं के साथ ही मज़दूरों-किसानों को संगठित करने पर बल दिया था।
चन्द्रशेखर आज़ाद की विरासत हमारी गौरवशाली विरासत है। देश जिस कठिन अंधकारमय फ़ासिस्ट दौर से गुज़र रहा है, ऐसे समय में आज़ाद की स्मृति देश के सभी मुक्तिकामी जन-गण और युवाओं को यह संदेश देती है कि उन्हें बिना मायूस हुए, बिना कोई ढिलाई बरतने, नये सिरे से एकजुट और संगठित होकर इतिहास के उस छूटे हुए कार्यभार को पूरा करने के लिए दृढ़ता से आगे कदम बढ़ाना होगा जिसके लिए आज़ाद और उनके अग्रणी साथियों ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिये थे।
हम चन्द्रशेखर आज़ाद को इंक़लाबी सलामी पेश करते हैं और उनका योग्य उत्तराधिकारी बनने का संकल्प लेते हैं!
- Kavita Krishnapallavi की पोस्ट