इतना गहरे उतर गए आँसू
लोग समझे कि मर गए आँसू !!
दिल से निकले थे आँख से मिलने
ख़्वाब देखे तो डर गए आँसू !!
जबसे देखे हैं उसकी आँखों में
मेरे दिल से उतर गए आँसू !!
मेरी आँखों में इस क़दर सूखे
सबकी आँखों में भर गए आँसू !!
अब ज़माने की नज़र में मेरे
सैंकड़ों नाम धर गए आँसू !!
रोज़ रहते थे मेरी आँखों में
आज जाने किधर गए आँसू !!
आड़ 'राणा' की लेके कागज़ पर
शे'र बनकर बिखर गए आँसू !!
- गुनवीर राणा