वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार को MP सरकार के मंत्री विश्वास सारंग, वीएचपी नेता एचएस रावत और आचार्य विक्रमादित्य ने सार्वजनिक कहे अपशब्द
कमलनाथ केक प्रकरण पर मेरा पक्ष क्या है...सुन लीजिए
दिल्ली : टाइम्स नाऊ नवभारत पर गुरुवार सुबह 11.30 बजे हुई डिबेट में पैनलिस्ट बंधु- मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग, वीएचपी नेता एचएस रावत और आचार्य विक्रमादित्य- मेरे तर्क पर ऐसे बिफरे कि मुझे बेहूदा, कुसंस्कारी, कांग्रेसी, अज्ञानी, बदतमीज, संस्कारविहीन करार दिया। यहां तक कि सारंगजी ने तो मुझे कार्यक्रम से बाहर करने तक की मांग कर डाली। अफसोस कि एंकर राकेश पांडे जी ने एक बार भी इन्हें नहीं टोका। मेरी मांग करने पर उन्होंने उल्टे मुझे ही सलाह दी कि आप सोचें कि आप क्या कह रहे हैं।
कमलनाथ केक प्रकरण पर मेरा पक्ष
बर्थडे केक पर अपनी या बच्चे की या फिर माता-पिता की तस्वीरें आम हैं। इन्हें काटा भी जाता है। सवाल ये है कि तब केक कट रहा होता है या हममें से कोई काटा जा रहा होता है?
यह बात बीजेपी को समझ में नहीं आती। वे कमलनाथ के जन्मदिन पर केक पर बनी उनके ईष्टदेव हनुमान की मूर्ति के एक मंदिर स्वरूप को लेकर हंगामा खड़ा कर रही है। केक काटने को मंदिर के टुकड़े-टुकड़े करना और हनुमान को काटा जाना बता रही है। अविवेकपूर्ण धर्म उन्मादी विरोध खासकर कांग्रेस विरोध का यह चरम है।
क्या यह सच नहीं है कि
• देवी-देवताओं को मूर्ति रूप में हम पूजा करते हैं..फिर उन्हीं मूर्तियों को विसर्जित भी करते हैं?
• गंगा को माता मानते हैं लेकिन गंगा में स्नान कर हम वहीं शू-शू भी कर डालते हैं?
क्या इन घटनाओं में भी हम देवी-देवता या गंगा माता का अपमान कर रहे होते हैं? यह बात बताने की जरूरत नहीं कि जब हम ठंडे पानी में नहाते हैं तो शरीर का गरम पानी बाहर आता है। यह वैज्ञानिक सत्य है। इसे हममें से कोई इनकार नहीं सकता।
प्रेम कुमार, वरिष्ठ पत्रकार-राजनीतिक विश्लेषक
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