कविता ○ भावनाएं...
समर्पित उन्हें जिनकी धार्मिक भावनाएँ आहत होने के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं:-
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गणेश बीड़ी पर गणेश जी का चित्र
तुलसी जर्दे पर रामचरितमानस की चौपाई
आश्चर्य है- इन बातों ने
किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई
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शायद इसलिए
कि धार्मिक भावनाओं का पोषण करता है व्यापार
ठेस तो पहुंचाते हैं लेखक और कलाकार
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तूफान उठ खड़ा होता है
अगर लेखक कलाकार उंगली भी हिलाए
और पता तक नहीं हिलता
भगवान को कोई भी धड़ल्ले से बेचे और कमाये -खाये
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मोहन घी पर कृष्ण जी का चित्र हो तो बात समझ में आती है
कि कृष्ण जी दूध मक्खन खाते थे
पर गोपाल जर्दे पर कृष्ण जी का चित्र !
कृष्ण जी क्या तम्बाकू चबाते थे
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हो सकता है इसके पीछे यह तर्क हो
कि यह उत्पादन सांप्रदायिक सौहार्द लाते हैं
हिंदू -मुसलमान दोनों मिलकर
गणेश बीड़ी का सुट्टा लगाते हैं
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खैर उनका कुछ भी तर्क हो
पर इसका जिम्मेदार है कौन खब्ती
सिगरेट के पैकेट पर लिखी चेतावनी
सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है
बीड़ी के बंडल पर क्यों नहीं छपती
यह बात समझ में नहीं आती है
बीड़ी कौन सा
खोई हुई ताकत और जवानी वापस लाती है ।
दरअसल
उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते यह रोग
क्योंकि बीड़ी तो पीते हैं गरीब लोग
यहां तो सरकार की मजबूरी है
अमीरों की सेहत उसके लिए ज्यादा जरूरी है
अमीरों, तुम स्वस्थ रहो और जियो
सिगरेट मत पियो
और बीड़ी के लिए
न कोई चेतावनी न कर
यानी कि गरीब तू बीड़ी पी, वोट दें, और मर
असल में
अमीर कुछ करने के लिए होते हैं गरीबों का क्या है
वह तो पैदा ही मरने के लिए होते हैं
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(अरुण जैमिनी )