तो सुदर्शन न्यूज़ है. सुदर्शन न्यूज़ की तमाम बातें हैं. UPSC जिहाद वाला शो था, उस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी. कोर्ट ने सुदर्शन न्यूज़ को डांटा. तो सरकार को भी डांट दिया कि परमिशन क्यों दिया? मीडिया में क्या दिखाया जा रहा है, इसके लिए रेगुलेशन तय करने की बात कर दी.
फिर सुदर्शन न्यूज़ ने एक काम किया. एक फ़ोटो अपलोड की अपने ट्विटर पर. फ़ोटो में बीच में सुरेश चव्हाणके हैं. और देखकर लग रहा है कि सुरेश पर चारों ओर से तीर, तलवार, क़ट्टा, बम, बंदूक, तोप, गुप्ती, मुक्का, लाठी, आग, आंसू गैस, बैट, बल्लम और हॉकी से हमला हो रहा है. बीच में मुक्का बांधे सुरेश. तस्वीर के ऊपर लिखा है आपके लिए आवाज़ उठाने वाले का हाल. क्या आप साथ नहीं दोगे? सुदर्शन के कार्यक्रम बिंदास बोल का हैशटैग भी.
फिर न्यूज़लॉन्ड्री है. ख़बरी वेबसाइट तो है ही, ख़बर देने वालों की भी ख़बर रखती है. यहां काम करने वाले मेघनाद ने बहुत बड़ी गड़बड़ी पकड़ ली. कहा, 'ये तो न्यूज़लॉन्ड्री की फ़ोटो है?' और सुदर्शन वाले ने चोरी करके अपना बना लिया. ट्वीट कर दिया. ट्वीट में सब दिख भी गया. कहा कि ये दिल्ली दंगों के दौरान मीडिया पर हमले से जुड़ी एक रिपोर्ट का एक आर्टवर्क है, जो अनीश ने न्यूज़लॉन्ड्री के लिए बनाया था. रिपोर्ट का लिंक भी दे दिया. फिर किया एक ट्वीट :
और इस तरह से सुदर्शन न्यूज़ की एक चोरी दिनदहाड़े पकड़ी गयी.