30 ग्राम गांजे पर 6 महीने तक प्राइम टाइम चलाने वाली गोदी मीडिया में आज सन्नाटा है..
महंत नरेंद्र गिरी संदेहजनक स्थिति में मर जाते है..गोदी मीडिया बता रही है कि मंदिर निर्माण के लिए उनका संकल्प और बीजेपी नेताओं के साथ महंत का रिश्ता..पर एक इतने बड़े महंत की अचानक संदेहजनक हालात में कैसे मौत हुई इसपर सन्नाटा है..
कंदहार, अफगानिस्तान से 9000 करोड़ का ड्रग्स चला, ईरान के बन्दरगाह से जहाज पर चढ़ा, अडानी के मुंद्रा बन्दरगाह, गुजरात मे वो ड्रग्स पहुंच गया..ड्रग्स को "टैलकम पॉवडर" बताया गया था..ड्रग्स पकड़ा गया..पर 30 ग्राम गांजे पर 6 महीने तक प्राइम टाइम चलाने वाली गोदी मीडिया में सन्नाटा है..क्योंकि मुंद्रा बन्दरगाह का मालिक अडानी है और राज्य का नाम गुजरात है?
महंत नरेंद्र गिरी संदेहजनक स्थिति में मर जाते है..गोदी मीडिया बता रही है कि मंदिर निर्माण के लिए उनका संकल्प और बीजेपी नेताओं के साथ महंत का रिश्ता..पर एक इतने बड़े महंत की अचानक संदेहजनक हालात में कैसे मौत हुई इसपर सन्नाटा है..
ये दोनों काम अगर महाराष्ट्र/बंगाल/केरल/तमिलनाडु जैसे राज्यो में हुए होते तो अब तक विपक्ष का तालिबान के साथ ड्रग्स व्यापार, हिन्दू सन्तों पर अत्याचार, ड्रग्स में मुसलमान एंगल, महंत हत्या में ISI की साजिश का खुलासा जैसे हेडलाइन के साथ हंगामा मच गया होता..
गोदिमीडिया, अब भी देर नही हुई है..सोनिया गांधी, राहुल गांधी से जवाब मांगों..मोदी के बिस्कुट खाने का फर्ज निभाओ..
- Krishyar ✍️