आलोक नही होंगे वित्त विभाग के मुखिया, दिल्ली ही रहेंगे
Alok will not be the head of the finance department, will remain in Delhi
प्रदेश के उच्च प्रशासनिक ढांचे में शीघ्र बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है । ताजा खबरों के अनुसार वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आलोक सम्भवतया जयपुर नही आए । क्योकि उनका स्वास्थ्य ठीक नही रहता है । इसलिए इन्होंने जानबूझकर दिल्ली में पोस्टिंग मांगी थी । उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए उन्हें दिल्ली स्थित रेजिडेंस कमिश्नर के पद पर लगाया गया ।
मैंने लिखा था कि प्रवीण गुप्ता को वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है । लेकिन अब खबर मिल रही है कि लोकसभा चुनावों तक इन्हें इसी पद पर बरकरार रखा जाए । जहां तक वित्त विभाग के मुखिया का सवाल है, कुछ लोगो का मानना है कि अखिल अरोड़ा अपने वर्तमान पद पर बने रहेंगे । जबकि कुछ जानकार मानते है कि इन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी से मुक्त कर वन या किसी और विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है । ऐसे में वित्त विभाग का मुखिया किसी एसीएस के बजाय प्रिंसिपल सेक्रेटरी को भी बनाया जा सकता है ।
पहले मैंने लिखा था कि अरोड़ा को गृह विभाग में लगाया जा सकता है । लेकिन अब जो खबरे सामने आ रही है कि आनंदकुमार अपने पद पर बरकरार रह सकते है । क्योंकि सीएमओ के कुछ अधिकारी इन्हें बदलने के इच्छुक नही है । ऊर्जा विभाग में भी नियुक्ति होनी है । हो सकता है कि वित्त विभाग से किसी अधिकारी का यहां पदस्थापन किया जाए ।
सूची पर मंथन जारी है । निश्चय ही मुख्य सचिव सुधांश पन्त किसी काबिल अफसर को वित्त व ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी देंगे । इन्होंने ही शिखर अग्रवाल, आलोक गुप्ता जैसे हीरो को ढूंढकर सीएमओ में लगाया है । इन दोनों की आक्रामक और त्वरित कार्यशैली से सभी वाकिफ है । उधर गुजरात के आईएएस जेपी गुप्ता का राजस्थान बदली हुई परिस्थितियों में अधरझूल में है । बताया जा रहा है कि अब उन्होंने राजस्थान आने का इरादा त्याग दिया है । बाकी मोदी की मर्जी ।