इटली से जयपुर आए व्यक्ति में कोरोना वायरस की पुष्टि, सरकार ने बुलाई आपात बैठक
देश में कोरोनावायरस के 12 मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से छह मरीज आगरा के हैं?
जयपुर : देश में कोरोनावायरस के 12 मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से छह मरीज आगरा के हैं, जो दिल्ली के कोरोनावायरस पीड़ित के संपर्क में आए थे। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने कहा, "राज्य में अब तक छह पॉजिटिव केस पाए गए हैं। सभी लोग आगरा के हैं। मरीजों और उनके परिवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।
जयपुर में इटली के 69 वर्षीय एंड्री कार्ली में संक्रमण पाया गया। वह 4 दिन से अस्पताल में भर्ती है। एसएमएस हॉस्पिटल के डॉक्टर सुधीर भंडारी के मुताबिक मरीज को गहन निगरानी में रखा गया है। हॉस्पिटल दिल्ली स्थित इटली दूतावास के संपर्क में भी है, क्योंकि इस व्यक्ति के साथ इटली के 18 लोगों ने यात्रा की थी। दरअसल, सोमवार को ही एंड्री कार्ली के कोरोना से पीड़ित होने की बात सामने आई थी। उसके सैंपल पुणे स्थित लैब में भेजे गए थे। वहां से कोरोनावायरस की पुष्टि के बाद एसएमएस अस्पताल के सभी नर्सिंग कर्मिर्यों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी गई हैं।
सीएम अशोक गहलोत ने यह भी निर्देश दिया कि इटली से आए संदिग्ध कोरोना वायरस के रोगी के यात्रा की जानकारी हासिल की जाए और उन लोगों की जांच की जाए जिनके साथ यह व्यक्ति यात्रा के दौरान संपर्क में आया था। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि अगर कोई व्यक्ति स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित मिलता है तो उस व्यक्ति को घर में या अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए।
वहीं, तेलंगाना और दिल्ली में सोमवार को एक-एक केस सामने आया था। दोनों मरीजों का गहन निगरानी में इलाज चल रहा है। इससे पहले तीन मामले में केरल में सामने आए थे। तेलंगाना सरकार ने पीड़ित के साथ जिन 25 यात्रियों ने बस में यात्रा की थी। उनकी भी जांच करवा रही है। इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि कोरोनावायरस की जांच से लेकर उपचार तक के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। इसको लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।
प्रधानमंत्री बोले- घबराने की जरूरत नहीं
Had an extensive review regarding preparedness on the COVID-19 Novel Coronavirus. Different ministries & states are working together, from screening people arriving in India to providing prompt medical attention.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2020