डॉ कुमार विश्वास की पत्नी और RPSC सदस्य मंजू शर्मा की भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत, ACB ने दी क्लीनचिट
Dr. Kumar Vishwas' wife and RPSC member Manju Sharma complains about corruption
राजस्थान लोक आयोग की सदस्य मंजू शर्मा की मुश्किलें बढ़ सकती है। परिवादी ने शिकायत में एक महिला आरपीएससी सदस्य मंजू शर्मा के नाम का जिक्र किया है। हालांकि केसावत और उससे जुड़े हुए लोगों की मंजू शर्मा से कोई पहचान नहीं हैं। एसीबी एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने कहा कि केसावत और उसके साथियों के खिलाफ अभी एसीबी जांच कर रही है। उन के बैंक खातों की जानकारी अभी तक एसीबी के पास नहीं है। उस पर काम किया जा रहा है। व
हीं अब तक चारों आरोपियों की मोबाइल चैट और फोन कॉल से जो जानकारी मिली उससे पता चला है कि इन का आरपीएससी के किसी मेंबर से कोई सम्पर्क नहीं रहा है। प्रियदर्शी ने बताया कि अभी केसावत और अन्य तीनों बदमाशों के बैंक खाते और कॉल खंगाली जा रही हैं। उनकी जांच पूरी होने पर अगर एसीबी को लगेगा की पीसी लेना चाहिए तो एसीबी उनका पीसी लेगी। एसीबी एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने मौखिक क्लीन चिट दी है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोनिक उकरणों की जांच एवं बैंक खातों की जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
आरपीएससी ने दी मौखिक क्लीन चिट
इस पूरे घटनाक्रम पर आज एडीजी एसीबी हेमंत प्रियदर्शी ने प्रेस कांफ्रेंस की। जिस में उन्होंने RPSC को क्लीन चिट देते हुए कहा कि इस प्रकरण में RPSC का किसी भी स्तर का व्यक्ति शामिल नहीं हैं। एडीजी ने कहा कि अभी तक यह ठगी का मामला है और ठगी लोकसेवक के जरिये काम करवाने के लिए की गई। उन्होंने कहा कि अंतिम निर्णय गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के डाटा विश्लेषण दिया जाएगा। एसीबी एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने मौखिक क्लीन चिट दी है। ]
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोनिक उकरणों की जांच एवं बैंक खातों की जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने कहा कि हमें एफआईआर स्टेज पर जो शिकायत दर्ज हुई है, उसमें कहा है कि मैं आऱपीएससी मेंबर से काम करवाऊंगा। किसी पब्लिक लोक सेवक की भूमिका अभी तक सामने नहीं आई है। जांच इतनी जल्दी पूर्ण नहीं होगी। विश्लेषण करने का बाद जो भी साक्ष्य आएगा। वह सामने आ जाएगा। अगर किसी का नाम आता है कि हम उनसे भी संपर्क कर पूछेंगे। अभी तक यह ठगी का मामला है। 24 घंटे में हम कानून हम निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते।
गोपाल केसावत व तीन अन्य को रिश्वत लेते पकड़ा
उल्लेखनीय है की एसीबी ने राजस्थान घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केसावत व तीन अन्य को साढ़े 18 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार गोपाल केसावत जयपुर के प्रतापनगर में कुंभा मार्ग, ब्रह्मप्रकाश दिल्ली, अनिल कुमार धरेंद्र हनुमानगढ़ टाउन तथा रविंद्र शर्मा टिब्बी निवासी है। परिवादी ने अपनी शिकायत मे आयोग के चेयरमैन व अन्य महिला सदस्य पर भी आरोप लगाए है। एसीबी ने गिरफ्तार आरोपियों को रिमांड पर लेने की बजा कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।