गहलोत की गारंटी और ईडी की छापेमारी, समझिए कौन पड़ेगा किस पर भारी?
गहलोत के कुछ दिनों पहले दिए बयान के बाद आज राजस्थान में ई डी की प्रदेश के तीन दिग्गजों पर छापेमारी की कार्यवाही से भूचाल!
राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर पिछले दो-तीन दिनों से भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा की खबरें जहां प्रमुखता से चल रही थी वही इन सब को पीछे छोड़कर आज राजस्थान के समाचार जगत में इ डी की कार्रवाई ने प्रमुख स्थान बना लिया। आज सुबह इ डी की कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित एक विधायक के आवास पर कार्रवाई ने कांग्रेस की राजनीति में जबरदस्त तूफान की स्थिति पैदा कर दी उसी के साथ अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को भी इ डी द्वारा भेजे गए एक सम्मन ने आग में घी का काम किया। इसी के साथ हाल ही कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित किए गए विधायक ओम प्रकाश हुडला के आवास पर भी छापे की कार्यवाही हो रही है। हुडला के यहां तो कैश गिनने के लिए मशीन मांगने की भी खबर है।
दरअसल शुरुआत राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से जुड़े आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर जिस में उनका सीकर आवास और जयपुर सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी शुरू हुई। इसी के साथ कांग्रेस विधायक ओम प्रकाश हुडला से जुड़े परिसरों पर भी छापेमारी की जानकारी मिल रही है। बताया जाता है की हुडला के आवास पर तो नोट गिनने की मशीन भी मंगाई गई है। ईडी की ये छपे की कार्यवाही जयपुर, दौसा और सीकर में चल रही है। फिलहाल ई डी की तरफ से छापेमारी के कारणों की कोई जानकारी नहीं दी है मगर ये छापेमारी राजस्थान परीक्षा पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में है। पेपर लीक मामले, मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला के ज़रिए रुपयों के लेनदेन मामलों की गुप्त शिकायतें ED को इन नेताओं के खिलाफ मिली हैं। पिछले दिनों आर पी एस सी सदस्य बाबू लाल कटारा से हुई पूछताछ, कुछ कोचिंग संचालकों की ईडी में शिकायतों के बाद यह कार्रवाई हुई है।
अशोक गहलोत के पुत्र और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत को ED का भी FEMA के तहत इ डी का सम्मन मिला है। विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत मिला समन मिला है। जिस में 27 अक्टूबर याने कल पेश होने को कहा गया है। लगभग एक आठ दस दिन पहले ही मुख्यमंत्री गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वीडियो सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्रवाई दबाव में चुनाव के समय की जाती है। और अब ऐसा ही कुछ आज राजस्थान में देखने को मिला। समझा जाता है कि यह कार्यवाही शिक्षक भर्ती मामले को लेकर की गई है जिसमें यह चर्चा थी कि पेपर जयपुर के स्ट्रांग रूम से लीक हुआ था। कुछ समय डोटासरा ही शिक्षा मंत्री हुआ करते थे। डोटासरा ने एक्स पर ट्वीट कर सत्यमेव जयते का संदेश दिया है वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय भाजपा नेतृत्व को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ED बीजेपी की हालत खराब करेगी।
गहलोत ने कहा की "बीजेपी तो टिड्डी दल की तरह ED का इस्तेमाल कर रही है, ऊपर के दबाव के बिना ना ई डी आ सकती, ना इनकम टैक्स, यह ऊपर के दबाव के बिना नहीं हो सकता, सीएम बोले, गजेंद्र शेखावत के केस में ED क्यों नहीं आ रही, जबकि हम इस बारे में ई डी से रिक्वेस्ट कर चुके" ई डी कार्यवाही पर कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा की 'वैभव गहलोत का तो कोई काम नहीं है, इस नोटिस का जवाब कंपनी देगी, रतन कांत शर्मा पहले पार्टनर थे। गहलोत ने आरोप लगाया एक दिन पहले नोटिस मिला और कल बुलाया है। ये क्या हो रहा है।
गहलोत ने कहा, 'अभी तो हम और गारंटी देंगे कल, इन कार्यवाही से हम घबराने वाले नहीं, ई डी की कार्रवाई गुंडागर्दी है, ऊपर के दवाब यह सब मुझ पर दबाव बनाने की कार्यवाही है। जनता हमारे साथ है। गहलोत ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा को एक टिकट देने के लिए यह बीजेपी कुछ भी कर रही है पिछले दिनों जयपुर में गणपति प्लाजा में ई डी के कार्रवाई को भी उन्होंने कहा कि क्या यह ई डी की कार्रवाई के लायक था। सचिन पायलट ने भी ईडी की कार्यवाही की निंदा की है। बाबूलाल कटरा की गिरफ्तारी के बाद और सीकर के कोचिंग सेंटर में ई डी की कार्रवाई के बाद डोटासरा के यहां छापेमारी को जांच के बाद कुछ सुराख मिलने से जोड़कर देखा जा रहा है देखने वाली बात ही होगी कि छापेमारी में क्या कुछ सामने निकल कर आता है? छापेमारी की कार्रवाई का नतीजा भले कुछ भी हो लेकिन आज की इन कार्रवाइयों ने चुनावी चर्चाओं को पीछे धकेल कर अपना स्थान बना लिया है नहीं राज्य भर में जगह-जगह कांग्रेस के नेता आज की कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।