राज्य सरकार के रवैये से खफा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी पी रमेश ने अपना इस्तीफा मुख्य सचिव राजीव स्वरूप को सौप दिया है। उन्हें कल रात को जारी आदेश से उदयपुर का संभागीय आयुक्त के पद पर तैनात किया गया था। वे राजस्थान विद्युत राज्य उत्पादन निगम लिमिटेड में अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पद पर कार्यरत थे।
मुख्य सचिव ने रमेश के इस्तीफे पर फिलहाल कोई कार्रवाई नही करते हुए अपने पास रख लिया है। मुख्य सचिव ने सीएमओ को इस्तीफे से अवगत करा दिया है। मुख्य सचिव ने दिन में कई बार रमेश से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
रमेश का कहना है कि अचानक इस तरह तबादला करने से उनकों बेहद तकलीफ हुई है। बेहतर कार्य का इनाम देने के बजाय उन्हें अपमानित किया गया है। नौकरशाही का एक तबका रमेश के इस्तीफे को तत्काल स्वीकृत करने के पक्ष में है। क्योंकि रमेश का इस्तीफा ब्लैकमेलिंग की श्रेणी में शुमार है। अगर इस तरह अफसर धमकी देते रहे तो राज्य सरकार किसी अधिकारी का तबादला नही कर पाएगी।
ज्ञात हुआ है कि मुख्य सचिव के स्तर पर पी रमेश को कल फिर समझाने की कोशिश की जाएगी। अगर वे इस्तीफे पर अड़े रहे तो राज्य सरकार कड़ा निर्णय ले सकती है। उधर पी रमेश इस्तीफा वापिस लेने के मूड में नही है। 2005 बैच के अधिकारी पी रमेश की 2034 में सेवानिवृति है अर्थात अभी 24 साल की नौकरी बकाया है।