राजस्थान की मौजूदा हालत पर मचा हडकम्प, कांग्रेस के दिग्गज पहुंचे जयपुर

Update: 2020-06-11 09:09 GMT

राजस्थान की तीन सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच शह-मात का खेल जारी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक तरफ कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को साधे रखने के लिए बुधवार को बैठक की और बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया. वहीं, अब कांग्रेस के दिग्गज नेता दिल्ली से राजस्थान पहुंच रहे हैं.

राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के पर्यवेक्षक रणदीप सिंह सुरजेवाला और टीएस सिंह देव जयपुर पहुंच चुके हैं. राजस्थान पहुंचते ही सुरजेवाला ने पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह से मुलाकात की. इसके बाद सुरजेवाला ने हेमाराम चौधरी समेत कई विधायकों ने भी मुलाकात कर राज्यसभा चुनाव पर चर्चा की. दरअसल विश्वेन्द्र सिंह डिप्टी सीएम सचिन पायलट के करीबी माने जाते हैं और हाल के दिनों में बीजेपी के समर्थन में कई बयाने दिए हैं.

सीएम अशोक गहलोत तय शेड्यूल के मुताबिक गुरुवार को शाम पांच बजे कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय बैठक में मौजूद रहें. माना जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग और सरकार पर सत्ता परिवर्तन के खतरे को लेकर चर्चा की जाएगी.

राज्यसभा चुनाव की जोड़-तोड़ की आहट के साथ ही कांग्रेस ने अपने विधायकों को बचाए रखने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप के बाद कांग्रेस अब अपने और निर्दलीय विधायकों का किसी बाहरी से संपर्क बंद करवाने में जुट गई है. इतना ही नहीं सत्ता पर किसी भी तरह की आंच से बचने के लिए खुद सीएम अशोक गहलोत ने मोर्चा संभाल लिया है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि उनके और निर्दलीय विधायकों को पैसे का लालच दिया जा रहा है, इसलिए सभी विधायकों को जयपुर के शिवविलास होटल में रखा गया है. इतना ही नहीं होटल में सादी वर्दी में 50 से ज्यादा पुलिस जवान तैनात हैं. पुलिसकर्मियों ने कहा कि उच्च अधिकारियों ने हमें कहा है कि सादी वर्दी में यहां पर तैनात रहो और आने-जाने वाले पर ध्यान रखो, साथ ही विधायकों पर नजर रखो.

बुधवार को सीएम अशोक गहलोत ने अपने निवास पर शाम 7 बजे कांग्रेस और सरकार समर्थक 13 निर्दलीय विधायकों की बैठक की, लेकिन कांग्रेस ने रणनीति में बदलाव करते हुए विधायकों को रिसॉर्ट भेजने का फैसला किया. इसके बाद शाम को विधायकों के साथ सीएम अशोक गहलोत, राज्यसभा चुनाव पर्यवेक्षक रणदीप सिंह सुरजेवाला, तीनों सहप्रभारी सचिवों ने बैठक की थी.

बता दें कि राजस्थान की तीन राज्यसभा सीटों के लिए चार प्रत्याशी मैदान में है. कांग्रेस ने दो सीटों के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, बीजेपी ने राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत को मैदान में उतार कर चुनाव को रोचक बना दिया है. कांग्रेस के पास अपने 107 विधायक हैं और उसे आरएलडी के एक विधायक, और निर्दलीय 13 विधायकों, बीटीपी और माकपा के विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जबकि बीजेपी के पास 72 विधायक हैं और उसे आरएलपी के तीन विधायकों का समर्थन प्राप्त है.

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