राजस्थान में कुर्सी का राज सुलझाएंगे राजनाथ, वसुंधरा, दियाकुमारी या फिर बलकनाथ!
छत्तीसगढ़ और एमपी की तरह राजस्थान में भी बीजेपी ने बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था. बीजेपी इन चुनावों में पीएम मोदी के चेहरे पर जमीन पर उतरी. राजस्थान में 200 में से 199 सीटों पर हुई वोटिंग में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की है. पार्टी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की है. ऐसे में नतीजे आने के बाद से सीएम चेहरे पर सस्पेंस बना हुआ है.
छत्तीसगढ़ में रविवार को सीएम चेहरे का ऐलान हो गया. आदिवासी चेहरा विष्णुदेव साय को सूबे की कमान दी गई है. आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम का ऐलान तकरीबन तय है लेकिन राजस्थान पर सस्पेंस जारी है. माना जा रहा है कि कल जयपुर में राजस्थान बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद सूबे में सीएम चेहरे का ऐलान हो जाएगा.
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि राज्य की बागडोर किसे मिलेगी?
छत्तीसगढ़ में रविवार को सीएम चेहरे का ऐलान हो गया. आदिवासी चेहरा विष्णुदेव साय को सूबे की कमान दी गई है. आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम का ऐलान तकरीबन तय है लेकिन राजस्थान पर सस्पेंस जारी है. माना जा रहा है कि कल जयपुर में राजस्थान बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद सूबे में सीएम चेहरे का ऐलान हो जाएगा.
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि राज्य की बागडोर किसे मिलेगी? दो बार सीएम रहीं वसुंधरा राजे इस बार भी मुख्यमंत्री पद के लिए जोर आजमाइश में लगी हैं. वे जयपुर से लेकर दिल्ली तक की जमीन नाप चुकी हैं. जहां वे जयपुर में बीजेपी के 60 से ज्यादा नए विधायकों से मुलाकात कर चुकी हैं. तो वहीं, दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भी बैठक कर चुकी हैं.
छत्तीसगढ़ और एमपी की तरह राजस्थान में भी बीजेपी ने बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था. बीजेपी इन चुनावों में पीएम मोदी के चेहरे पर जमीन पर उतरी. राजस्थान में 200 में से 199 सीटों पर हुई वोटिंग में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की है. पार्टी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं, 69 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली.
ऐसे में नतीजे आने के बाद से सीएम चेहरे पर सस्पेंस बना हुआ है. वसुंधरा राजे के अलावा दीया कुमारी, किरोड़ी लाल मीणा, राजवर्धन राठौड़, बाबा बालकनाथ, ओम बिरला, अश्विनी वैष्णव, गजेंद्र सिंह शेखावत के नाम भी सीएम रेस में हैं. बताया जा रहा है कि मंगलवार को विधायक दल की बैठक के बाद राजस्थान की भी तस्वीर साफ हो जाएगी.
बीजेपी ने राजस्थान के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को राजस्थान का पर्यवेक्षक बनाया है. ये तीनों नेता राजस्थान में बीजेपी के नए विधायकों से सीएम चेहरे को लेकर राय लेंगे. इसके बाद बीजेपी आलाकमान की मुहर के बाद सीएम पद का ऐलान हो जाएगा.
इससे पहले बीजेपी के करीब 10 नए विधायकों ने रविवार को वसुंधरा राजे से उनके आवास पर मुलाकात की. वसुंधरा लगातार बीजेपी विधायकों से मुलाकात कर रही हैं. वे अब तक 60 से ज्यादा विधायकों से मुलाकात कर चुकी हैं. इसे पार्टी आलाकमान के सामने शक्ति प्रदर्शन के तौर पर माना जा रहा है. इन विधायकों ने वसुंधरा राजे को समर्थन देते हुए उन्हें सीएम बनाने की मांग भी उठाई है.
भले ही वसुंधरा राजे जयपुर में शक्तिप्रदर्शन दिखा रही हैं, लेकिन वे नहीं चाहती कि उनकी सक्रियता को बगावत के तौर पर देखा जाए. यही वजह है कि उन्होंने बीजेपी आलाकमान से कहा है कि वे पार्टी की अनुशासित कार्यकर्ता हैं और पार्टी लाइन से कभी भी बाहर नहीं जाएंगी.