अनैतिक कार्यो में लिप्त अफसरो के लिए सैनी की बर्खास्तगी एक मिसाल है
राजस्थान सरकार ने डीएसपी की बर्खास्तगी करके एक मिशाल कायम की है.
अश्लील वीडियो कांड के हीरो निलंबित डीएसपी हीरालाल सैनी के बारे में गुरुवार (30 सितम्बर) को जब मैंने खबर डाली कि सैनी कल यानी शुक्रवार को बर्खास्त होंगे तो अनेक पाठकों को विश्वास ही नही हुआ । यहां तक कि एक बहुत बड़े अखबार के संवाददाता ने इस खबर को गलत बताया । लेकिन समय की कसौटी मेरी खबर सौ फीसदी सच साबित हुई ।
पिछले करीब 45 साल से मैं पत्रकारिता जुड़ा हुआ हूँ । मैंने भरोसा और लोगों का विश्वास अर्जित किया है । मुझे अपने से ज्यादा मेरे सूत्रों पर भरोसा रहता है । इसलिए अधिकांशत मेरी खबरें सौ फीसदी नही, 99 प्रतिशत सटीक और सही होती है । राजनीतिक खबरों में कई बार अवश्य गच्चा खाना पड़ता है ।
मैंने गुरुवार को लिखा था कि हीरालाल की बर्खास्तगी से सम्बंधित पत्रावली मंजूरी के लिए राजभवन पहुंच चुकी है । कल यानी शुक्रवार शाम 4 बजे मुझे सूचना मिल गई थी कि राज्यपाल ने बर्खास्तगी की मंजूरी देते हुए पत्रावली पुनः कार्मिक विभाग को भेज दी है ।
मेडिकल चेकअप और बुखार होने की वजह से मैं खबर से वाकिफ होने के बाद भी इसे नही दे सका जिसका मुझे सदैव मलाल रहेगा । बहरहाल राज्य सरकार ने घिनोने कृत्य में लिप्त डीएसपी और महिला पुलिसकर्मी को बर्खास्त कर एक मिसाल कायम की है ।
परसो जब मैंने बर्खास्तगी की खबर डाली तो अनेक लोगो की टिप्पणी थी कि सैनी पहुंच वाला है । लिहाजा इसका कुछ नही बिगड़ने वाला है । निश्चय ही मुख्यमंत्री इस निर्णय के लिए बधाई के पात्र है । इस निर्णय के बाद अनैतिक और अवैध कार्य करने वालो में जबरदस्त खौफ उतपन्न होगा ।
वैसे इस बर्खास्तगी के लिए पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर की भूमिका को भी नकारा नही जा सकता है । उनका कथन था कि ऐसे घिनोने कार्य मे लिप्त अफसरो को पुलिस सेवा में रखा गया तो इससे पूरा महकमा प्रदूषित होकर रह जाएगा । इसलिए उन्होंने 12 सितम्बर को ही हीरालाल सैनी की बर्खास्तगी का प्रस्ताव गृह विभाग को भिजवाया था ।