Rajsthan News: शपथ ग्रहण होते ही नौकरशाही में होगा भारी बदलाव, आलोक गुप्ता हो सकते है मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव
There will be huge changes in the bureaucracy as soon as the oath is taken, Alok Gupta may become the Principal Secretary to the Chief Minister
मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न होने के साथ ही प्रदेश की नौकरशाही में भारी बदलाव होना सुनिश्चित है । जहां तक मुख्य सचिव का सवाल है, 31 दिसम्बर तक उषा शर्मा यथावत कार्य करती रहेगी । जबकि डीजीपी उमेश मिश्रा के बारे में किसी तरह की भविष्यवाणी इसलिए करना मुश्किल है क्योंकि ये राज्यपाल कलराज मिश्र के बेहद निकटतम है । ऐसे में ये अपना कार्यकाल पूरा कर सकते है । मिश्रा का कार्यकाल नवम्बर 24 में समाप्त होने जा रहा है ।
सर्वप्रथम मुख्यमंत्री के सचिव की नियुक्ति होगी । अशोक गहलोत के सचिव कुलदीप रांका की विदाई तय है । इनके स्थान पर आलोक गुप्ता को नियुक्त किया जा सकता है । गुप्ता बहुत ही काबिल और अच्छे प्रशासक माने जाते है । कार्मिक विभाग के अलावा वाणिज्य कर विभाग में इन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया है । पिछले चार-पांच साल से ये ठंड पी रहे है । एक बार इन्हें राज्यपाल का सचिव नियुक्त किया गया था । लेकिन बाद में ये आदेश निरस्त होगये ।गुप्ता के अलावा कार्मिक विभाग के प्रमुख शासन सचिव हेमन्त गेरा को भी मुख्यमंत्री का सचिव बनाए जाने की चर्चा है । खाद्य, चिकित्सा, ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभागों में इन्हें कार्य करने का अच्छा तजुर्बा है । जेडीए सेक्रेटरी के तौर पर इनके कार्य को आज तक याद रखा जाता है ।
दिल्ली से रजतकुमार मिश्र को बुलाया जा सकता है । फिलहाल वे भारत सरकार के उर्वरक मंत्रालय में सचिव के पद पर तैनात है । हो सकता है कि इन्हें मुख्य सचिव की भी जिम्मेदारी दी जा सकती है । चूंकि ये अशोक गहलोत के सचिव रह चुके है, इसलिए इनका नाम कट सकता है । ये बहुत काबिल अफसर माने जाते है । उषा शर्मा के बाद वरिष्ठता की दृष्टि से सुबोध अग्रवाल का नाम आता है । लेकिन ये बहुत ही बदनाम अफसर है और जल मिशन में करोड़ो रूपये के लेनदेन का आरोप है । इसके अतिरिक्त ईडी द्वारा इनके यहां छापेमारी कर चुकी है ।
अग्रवाल के बाद वी.श्रीनिवास वरिष्ठता में दूसरे नम्बर पर है । लेकिन इनकी कोई लॉबिंग करने वाला नही है । इसके अतिरिक्त पब्लिक डीलिंग भी इनकी बेहतर नही होना इनका माईनस पॉइंट है । शुभ्रा सिंह एक तेज तर्रार और कुशल प्रशासक है । अगर दिल्ली से कोई नही आता है तो ये अगली मुख्य सचिव बन सकती है । इसके अतिरिक्त संजय मल्होत्रा और सुधांशु पन्त को भी दिल्ली से लाकर चीफ सेक्रेटरी बनाया जा सकता है ।
काबिल अफसरों की फेहरिश्त में शिखर अग्रवाल का नाम भी शुमार है । लेकिन जेडीसी रहते हुए इनका होटल राजमहल को लेकर इनका दीया कुमारी से पंगा हो चुका है । दीया कुमारी उप मुख्यमंत्री बनने जा रही है । ऐसे में इनको कोई बेहतर पोस्टिंग मिलेगी, इस पर संदेह है । समित शर्मा भी एक काबिल अफसर है । उम्मीद की जा रही है कि इन्हें कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है ।
ज्ञात हुआ है कि आरएसएस से जुड़े एक अधिकारी तबादला सूची पर मंथन कर रहे है । नई सरकार के निशाने पर कुलदीप रांका, अखिल अरोड़ा, गृह सचिव आनंद कुमार, जेडीसी जोगाराम, आबकारी आयुक्त सहित दर्जनों कलेक्टर, डिविजनल कमिश्नर, प्रमुख शासन सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव, डीजी, एडीजी और रेंज आईजी रहेंगे । पता चला है कि पुलिस विभाग की नियुक्ति में सेवानिवृत्त आईजी लक्ष्मण गौड़ की राय ली जा सकती है । ये नवनियुक्त मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफी निकट है ।