होंगे आप देश के गृहमंत्री मैं भी राजस्थान का मुख्यमंत्री हूँ, आप उस इलाके में नहीं जा सकते गृहमंत्री के उड़े होश!
मैं आपको दंगे भड़काने नहीं दूँगा
सन,1990 जयपुर हवाई अड्डा। श्रद्धेय भैरोंसिंह जी शेखावत को राजस्थान के मुख्यमंत्री बने अधिक समय नहीं हुआ था । सन 1989 और सन 1990 के बीच जयपुर में सामुदायिक दंगो की कुछ घटनाएँ हुईं थीं। हुकुम के CM बनने के बाद फिर एक बार जयपुर के रामगंज क्षेत्र में दंगे की शुरुआत ही हुई थी की सरकार ने सख़्त कदम उठाए, हिंसा फैलाने वालों पर कठोर कार्यवाई हुई और क्षेत्र में कर्फ़्यू लगा दिया गया। उस समय केंद्र में जनता दल की सरकार थी और जम्मू कश्मीर के नेता मुफ़्ती मौहम्मद सैय्यद देश के गृह मंत्री थे।
अलगाववादियों के मूक समर्थक रहे मुफ़्ती जी कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती के पिता थे । वे दंगो की हालात का जायज़ा लेने के बहाने जयपुर आए । परंतु हुकुम को शक था की मुफ़्ती मौहम्मद सयीद की मंशा ठीक नहीं है । उन्हें यह भी सूचनाएँ मिलीं थीं की गृह मंत्री जी क्षेत्र में अब ठंडे pad चुके दंगो को फिर से आग लगाने का प्रयास कर सकते हैं । ऐसी स्थिति में अब हुकुम पशोपेश में पड़ गए ।
आख़िर गृह मंत्री जी जयपुर पहुँचे। मुख्यमंत्री शेखावत साहब उनसे जयपुर हवाई अड्डे पर मिले। गृह मंत्री ने कहा " हम रामगंज और बाक़ी दंगा प्रभावित area जाना चाहते हैं "
हुकुम ने जवाब दिया - अभी वहाँ पुलिस के अलावा किसी को भी जाने की इजाज़त नहीं है। दंगा प्रभावित क्षेत्र है, कोई भूकम्प या बाढ़ प्रभावित क्षेत्र नहीं जहां आपके और मेरे जाने से कोई स्थिति सुधरेगी। इसलिए आप वहाँ नहीं जा सकते।
मुफ़्ती - I am the Home Minister of India, Mr Shekhawat. आप हमें कहीं जाने से रोक नहीं सकते ।
हुकुम - अगर आप देश के गृह मंत्री हैं तो मैं भी राजस्थान का मुख्यमंत्री हूँ मुफ़्ती साहब । Law & Order state subject है Union subject नहीं । आप airport से बाहर नहीं जाएँगे ।
यह कहकर हुकुम सचिवालय के लिए निकल गए । गृह मंत्री जी को कुछ समझ नहीं आ रहा था । उन्होंने airport से ही दिल्ली फ़ोन लगाए । अपने अधिकारियों को पूरी बात बताई। आख़िर अधिकारियों ने उन्हें यही जवाब दिया की Law & Order के तहत कार्यवाई करने का अधिकार प्रदेश सरकार का है । हाँ अगर Collector लिखित में दे दें तो फिर कोई दिक़्क़त नहीं है ।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों में जयपुर कलेक्टर को पत्र भेजा । तत्कालीन कलेक्टर श्री वी॰ एस॰ सिंह जी की गिनती उस समय के सबसे दबंग IAS अधिकारियों में होती थी । कलेक्टर ने भी यही जवाब दिया की मौजूदा परिस्थिति में गृह मंत्री जी के वहाँ जाने से Law & Order की परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है । अतः उनका वहाँ जाना उचित नहीं है ।
जब सभी रास्ते बंद हो गए तो मुफ़्ती मौहम्मद सयीद जी को भारी मन से हवाई अड्डे से ही दिल्ली लौटना पड़ा।