राजस्थान के धौलपुर में बिजली के तार की चपेट में आने से दो तेंदुओं की हो गई मौत
यह घटना सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र की है।जहां बारिश और आंधी के कारण बिजली के खंभे गिरने और बिजली के झटके से तेंदुए की मौत हुई।
यह घटना सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र की है।जहां बारिश और आंधी के कारण बिजली के खंभे गिरने और बिजली के झटके से तेंदुए की मौत हुई।
एक अधिकारी ने कहा कि रविवार को राजस्थान के धौलपुर जिले के वन क्षेत्र में एक जीवित तार के संपर्क में आने से दो तेंदुओं की मौत हो गई।
अधिकारी ने कहा कि यह घटना सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र में बारिश और आंधी के कारण बिजली के खंभे गिरने और बिजली के झटके से तेंदुए की मौत के बाद हुई।
ग्रामीणों ने बाद में जारोली जंगल में तेंदुए के शव पाए और वन अधिकारियों को सूचित किया।
वन रेंजर अमर लाल मीणा ने बताया कि फोरेंसिक जांच के बाद शवों को जंगल में दबा दिया गया है. तेंदुए करीब साढ़े तीन से चार साल की उम्र के नर और मादा थे।
उन्होंने कहा कि जिले के कुछ हिस्सों में हाल ही में हुई बारिश और आंधी के कारण बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए।
बताया गया है की कुछ दिन से मौसम में परिवर्तन चल रहा है बारिश और तेज आंधी चलने के कारण बिजली के तार टूट गए है और कई जगह बिजली के पोल भी गिर गए है. दोनों लेपर्ड जारौली के जंगलों में घूम रहे थे.
दोनों लेपर्ड बिजली की टूटी तारों की चपेट में आ गए और उनकी करंट लगने से मौत हो गई. सुबह स्थानीय ग्रामीणों ने लेपर्ड को पड़े हुए देखा तो वन विभाग को लेपर्ड की मौत की सूचना दी. लेपर्ड की मौत की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर ही पहुंची और दोनों लेपर्ड के शव को कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम कराया और दफनाया गया।
सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटना स्थल का मौका मुआयना किया मृतक लेपर्ड एक नर और एक मादा लेपर्ड थे और दोनों लेपर्ड टूटे हुए बिजली के तार के ऊपर ही पड़े मिले थे. दोनों लेपर्ड के शवों को कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम करा कर दफनाया गया है.मीणा ने बताया कि जिले में करीब 30 से 40 तेंदुए हैं।