नीरज चोपड़ा का एक और सपना हुआ पूरा, मां-पापा को पहली बार हवाई जहाज में बिठाकर लिखा भावुक मेसेज
''आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ जब अपने मां-पापा को पहली बार फ्लाइट पर बैठा पाया. सभी की दुआ और आशिर्वाद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा.''
जापान की राजधानी टोक्यो में हुए ओलंपिक खेलों में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीतने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा भले ही अपनी उपलब्धि के बाद चर्चा का विषय बन गए हों, लेकिन हरियाणा का यह खिलाड़ी अभी भी जमीन से जुड़ा हुआ ही दिखाई देता है। ओलंपिक में करोड़ों भारतीयों की उम्मीदों पर खरा उतरने वाले नीरज का शनिवार की सुबह एक और सपना सच हो गया, जब उन्होंने पहली बार अपने माता-पिता को फ्लाइट की यात्रा करवाई। इस मौके पर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर माता-पिता की तस्वीरें शेयर की हैं।
एक प्यारा-सा सपना...
''आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ जब अपने मां-पापा को पहली बार फ्लाइट पर बैठा पाया. सभी की दुआ और आशिर्वाद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा.''
भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ये तस्वीरें शेयर की हैं और अपने छोटे से सपने के बारे मेें बताया है जो आज सच हो गया है. उन्होंने अपने माता-पिता को पहली बार हवाई यात्रा कराई है और इस खुशी को सभी के साथ साझा किया है.
बता दें कि नीरज ने ओलंपिक में जैवलिन थ्रो के फाइनल इवेंट में 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर ट्रैक एंड फील्ड में देश को पहला मेडल दिलाया था। नीरज भारत की तरफ से ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले महज दूसरे ही खिलाड़ी हैं। उनसे पहले 2008 के बीजिंग ओलंपिक खेलों में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड मेडल पर निशाना साधा था। खास बात यह है कि नीरज चोपड़ा की ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने की ऐतिहासिक उपलब्धि को वर्ल्ड एथलेटिक्स ने टोक्यो में ट्रैक एवं फील्ड के 10 जादुई पलों में शामिल किया था।