कोहली को 'चीटर' कहने वालों को हर्षा भोगले ने बताया सच क्या था, और नियम क्या है....धो डाला
भारत से पांच रन की हार के बाद बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज नुरुल हसन ने दावा किया है कि विराट कोहली ने फेक फील्डिंग की थी...!!
भारत से पांच रन की हार के बाद बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज नुरुल हसन ने दावा किया है कि विराट कोहली ने फेक फील्डिंग की थी, जिसे मैदानी अंपायरों ने मिस कर दिया। अन्यथा बांग्लादेश को संभावित रूप से पांच पेनल्टी के रन मिल सकते थे। यह घटना बांग्लादेश के रन चेज के दौरान सातवें ओवर में हुई, जब लिटन दास ने अक्षर की गेंद को डीप ऑफ साइड में खेला। जैसे ही अर्शदीप ने थ्रो किया, पॉइंट पर खड़े कोहली ने अपने पास से जा रही गेंद पर नॉनस्ट्राइकर की ओर थ्रो करने का फेक फील्डिंग किया। इस पर बवाल मचा हुआ है।
जब देखा नहीं तो कोई क्या कर सकता है
बांग्लादेश से इस पर सोशल मीडिया पर लगातार प्रतिक्रिया आ रही है। अब इस बारे में भारत के कॉमेंटेटर हर्षा भोगले ने 3 ट्वीट करते हुए जवाब दिया है। उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा- फर्जी फील्डिंग की घटना पर सच तो यह है कि किसी ने नहीं देखा। अंपायर ने नहीं देखा, बल्लेबाजों ने नहीं देखा और हमने भी नहीं देखा। रूल 41.5 फेफ फील्डिंग पर जुर्माना लगाने का नियम है (अंपायर को अभी भी इसकी व्याख्या इस प्रकार करनी है) लेकिन किसी ने इसे नहीं देखा। तो कोई क्या कर सकता है।
गीली पिच का बहाना बनाने पर धोया
उन्होंने खेल को शुरू करने वालों पर सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए अपने अगले ट्वीट में लिखा- मुझे नहीं लगता कि कोई जमीन गीली होने की शिकायत कर सकता है। शाकिब सही थे जब उन्होंने कहा कि उसे बल्लेबाजी पक्ष का पक्ष लेना चाहिए। अंपायरों और क्यूरेटरों को खेल को तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि ऐसा करना संभव न हो। उन्होंने इसे बहुत अच्छी तरह से संभाला ताकि कम से कम समय बर्बाद हो।
इसलिए हार के बहाने मत बनाइए
अब उन्होंने विराट कोहली को ट्रोल करने वाले और भारत को धोखेबाज बनाने पर तुले बांग्लादेशियों को जवा देते हुए लिखा- इसलिए, बांग्लादेश में मेरे दोस्तों के लिए, कृपया फेक फील्डिंग या गीली पिच को लक्ष्य तक न पहुंचने के कारण के रूप में न देखें। अगर कोई बल्लेबाज अंत तक टिका होता तो बांग्लादेश जीत सकता था। हम सब इसके दोषी हैं.... जब हम बहाने खोजते हैं, तो हम आगे नहीं बढ़ते।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाया आरोप
उल्लेखनीय है कि इस पर उस समय मैदान में मौजूद किसी का ध्यान नहीं गया, मैदानी अंपायरों मरे इरासम और क्रिस ब्राउन ने कोई एक्शन नहीं लिया। बांग्लादेश के दोनों बल्लेबाजों ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। मैच के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नुरुल ने इस घटना का जिक्र किया। नुरुल ने कहा, 'हम सभी ने देखा कि यह एक गीला मैदान था। अंतत: जब हम इन चीजो के बारे में बात करते हैं, तो एक फेक थ्रो भी किया गया था। यह पांच रन का पेनल्टी हो सकता था। वह हमारे पक्ष में आ सकता था लेकिन दुर्भाग्य से यह भी अमल में नहीं आया।'
क्या है नियम
बता दें कि क्रिकेट का नियम 41.5 अनफेयर प्ले से संबंधित है। यह नियम जानबूझकर बल्लेबाज का ध्यान भटकाना, धोखा या रुकावट जैसी चीजों को प्रतिबंधित करती है। यदि किसी घटना को इस नियम के अनुसार उल्लंघन माना जाता है तो अंपायर उस गेंद को डेड बॉल घोषित कर सकता है और बल्लेबाजी टीम को पांच रन दे सकता है।