Virat Kohli News: विराट कोहली ने भारत के लिए 115 टी-20 मुकाबले खेले, कितनी गेंदों पर बनाए कितने रन जानिए पूरी बात
107 पारियों की 2,905 गेंदों में सबसे ज्यादा 4008 रन बनाए
T-20 इंटरनेशनल के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विराट कोहली का T-20 इंटरनेशनल करियर खत्म कर दिया गया है। बीसीसीआई ने श्रीलंका के बाद अब उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले T-20 सीरीज में भी उन्हें नहीं चुना है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि 34 वर्षीय विराट की बजाय क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जाएगा। इसे अंग्रेजी में कहते हैं एंड ऑफ द रोड। गौर करने वाली बात यह है कि T-20 वर्ल्ड कप,2022 में 99 की औसत से 296 रन बनाने के बाद भी विराट कोहली को इस फॉर्मेट में फिट नहीं बताया जा रहा है। यह सब तब हो रहा है, जब विराट ने 3 वर्षों के सूखे के बाद लगातार शतक मारना शुरू किया था। श्रीलंका के खिलाफ अपने वनडे में करियर का 73वां शतक जड़कर तमाम चाहने वालों को खुशियों से भर दिया था।
107 पारियों की 2,905 गेंदों में सबसे ज्यादा 4008 रन बनाए
34 वर्षीय विराट कोहली ने भारत के लिए 115 टी-20 मुकाबले खेले, जिसकी 107 पारियों की 2,905 गेंदों में सबसे ज्यादा 4008 रन बनाए। इस दौरान 52.73 की औसत से खेलते हुए विराट ने 1 शतक और 37 अर्धशतक लगाए। विराट ने 138 की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 356 चौके और 117 छक्के लगाए। साल 2022 में ही कोहली ने 1021 दिनों बाद टी-20 फॉर्मेट में शतक जड़कर अपने 3 वर्षों के शतकों का सूखा खत्म किया था। ऐसे में उम्मीद थी कि इस फॉर्मेट में वह नए साल में शतकों का अंबार लगाएंगे। जल्द ही इंटरनेशनल करियर में 100 शतकों के पार चले जाएंगे। पर अब बीसीसीआई ने इस उम्मीद को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। श्रीलंका के खिलाफ करियर का 73वां शतक जड़ने वाले विराट तूफानी फॉर्म में दिख रहे थे। T-20 इंटरनेशनल से विराट को बाहर करने का मतलब यह है कि अब जल्दी उनके 100 शतकों तक पहुंचने की उम्मीद धुंधली पड़ी है।
विराट नहीं होता तो पाकिस्तान के हाथों भी हार मिलती
सवाल यह खड़ा होता है कि टी-20 वर्ल्ड कप में अगर विराट का प्रदर्शन खराब रहता, तब उनको इस फॉर्मेट से ड्रॉप करने की बात सोची जा सकती थी। पर हकीकत यह है कि अगर विराट नहीं होता तो दिवाली से 1 दिन पहले भारत पाकिस्तान के हाथों शर्मनाक शिकस्त का सामना करता। 31 के स्कोर पर 4 विकेट गंवा चुकी टीम इंडिया को 160 का टारगेट विराट कोहली ने अपने दम पर चेज करवाया था। T-20 इंटरनेशनल की सबसे यादगार पारियों में शुमार 53 गेंदों पर 82* रनों का दमदार स्कोर बनाया था। ऐसी में विराट को T-20 से बाहर करना सरासर अन्याय नजर आता है। अगर उम्र का हवाला दिया जा रहा है, तो 34 साल की उम्र में विराट भारतीय टीम का सबसे फिट खिलाड़ी है। फील्डिंग के मामले में किंग किसी 20 वर्षीय प्लेयर पर भी भारी है।
कहानी इतनी सी नहीं है, जो दिखाई पड़ रही है। सबसे पहले विराट पर 2021 T-20 वर्ल्ड कप से पहले T-20 इंटरनेशनल की कप्तानी छोड़ने का दबाव बनाया गया। फिर जबरन वनडे की कप्तानी से बाहर किया गया। हालात देखकर विराट ने भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का भी फैसला कर लिया। T-20 वर्ल्ड कप में हार के बाद चयन समिति को बर्खास्त कर दिया गया, लेकिन फिर से चेतन शर्मा पर ही मुख्य चयनकर्ता का दारोमदार सौंप दिया गया। यह सब बीसीसीआई और इंडियन टीम मैनेजमेंट की नीयत पर सवाल खड़े कर रहा है। फिर भी उम्मीद है कि विराट की प्रतिभा के साथ हो रहा अन्याय जल्द बंद किया जाएगा। भारतीय क्रिकेट की बेहतरी के लिए विराट को दोबारा T-20 इंटरनेशनल में भारत की तरफ से खेलने का अवसर दिया जाएगा।