World Cup 2019 : न्यूज़ीलैंड हारा तो गुप्टिल को क्यों याद आये धोनी
इंग्लैंड ने रोमांच की पराकाष्ठा तक पहुंचे विश्व कप फाइनल में रविवार को यहां मैच और सुपर ओवर के ‘टाई’ छूटने के बाद न्यूजीलैंड पर ‘बाउंड्री’ के दम पर पार पाकर पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
लंदन। इंग्लैंड ने रोमांच की पराकाष्ठा तक पहुंचे विश्व कप फाइनल में रविवार को यहां मैच और सुपर ओवर के 'टाई' छूटने के बाद न्यूजीलैंड पर 'बाउंड्री' के दम पर पार पाकर पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। मैच पहले टाई छूटा और फिर सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने समान रन बनाये। इसके बाद फैसला 'बाउंड्री' से किया गया। मेजबान इंग्लैंड अधिक 'बाउंड्री' लगायी थी और आखिर में 1975 से चला आ रहा उसका खिताब का इंतजार खत्म हो गया।
न्यूजीलैंड ने आठ विकेट पर 241 रन बनाये। इंग्लैंड के सामने 242 रन का लक्ष्य था लेकिन उसके चोटी के चार विकेट 86 रन पर गंवा दिये थे। बेन स्टोक्स (98 गेंदों पर नाबाद 84) और जोस बटलर (60 गेंदों पर 59) ने पांचवें विकेट के लिये 110 रन की साझेदारी करके स्थिति संभाली लेकिन इंग्लैंड की टीम 241 रन पर आउट हो गयी। सुपर ओवर में इंग्लैंड की तरफ से स्टोक्स और बटलर क्रीज पर उतरे और उन्होंने ट्रेंट बोल्ट पर एक एक चौके की मदद से 15 रन बनाये। इस तरह से न्यूजीलैंड को जीत के लिये 16 रन का लक्ष्य मिला।
जोफ्रा आर्चर गेंदबाज थे। पहली गेंद वाइड थी, दूसरी गेंद पर दो रन बने और जेम्स नीशाम ने तीसरी गेंद छक्के के लिये भेज दी। अगली दो गेंदों पर दो . दो रन बने। पांचवीं गेंद पर एक रन लेकर नीशाम ने मार्टिन गुप्टिल को एक गेंद पर दो रन बनाने का मौका दिया। गुप्टिल एक रन बनाया और दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गये। आखिर में इंग्लैंड की टीम विजेता बन गई।
लेकिन मार्टिन गुप्टिल के रन-आउट को कई भारतीय फैंस हैं जो इसे धोनी के रन आउट करने के नजर से देख रहे से । यानि जैसे को तैसा वाली कहावत सही होता बता रहे हैं, संयोग देखिए कि रविवार रात फाइनल मुकाबले में गप्टिल के साथ भी कुछ ऐसा ही हो गया। सेमीफाइनल मुकाबले में मार्टिन गुप्टिल की डायरेक्ट थ्रो से एमएस धोनी रन-आउट हो गए थे जिसकी वजह से भारत टूर्नामेंट से बाहर हो गया। इसके बाद अब फाइनल मैच में भी आखिरी गेंद पर गुप्टिल वैसे ही रन आउट हुए तो लोगों ने सोशल मीडिया पर गुप्टिल को ट्रोल करना शुरु कर दिया। न्यूजीलैंड को लगातार दूसरी बार उप विजेता बनकर संतोष करना पड़ा।
इंग्लैंड को जीतने के लिए 242 रन चाहिए । था और अंतिम तीन ओवरों में 34 रन बनाने थे। जो 12 गेंदों पर 24 रन पर पहुंच गया। लियाम प्लंकेट (10) आउट हो गये, बोल्ट ने स्टोक्स का कैच ले लिया था लेकिन पांव बाउंड्री से टकरा गया। नीशाम ने जोफ्रा आर्चर को भी पवेलियन भेजा और इस तरह से बोल्ट को आखिरी ओवर में 15 रन बचाने की चुनौती मिली। ऐेसे मोड़ पर स्टोक्स ने तीसरी गेंद पर छक्का जड़ा। अगली गेंद पर ओवरथ्रो से छह रन बने और आदिल राशिद और मार्क वुड के रन आउट होने के बावजूद मैच सुपर ओवर तक खिंच गया।