यासीन मलिक के सपोर्ट में उतरे शाहिद अफरीदी, तो क्रिकेटर अमित मिश्रा ने ऐसे कर दी बोलती बंद
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने एक बार फिर कश्मीरी अलगाववादी नेता की तरफदारी कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के सरगना यासीन मलिक को NIA कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में दोषी ठहराया है। हालांकि, NIA ने यासीन के लिए फांसी की सजा की मांग की थी, कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है। पाकिस्तान को यह नागवार गुजर रहा है। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने एक बार फिर कश्मीरी अलगाववादी नेता की तरफदारी कर रहे हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने यासीन मलिक का समर्थन किया। अफरीदी ने आतंकी का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा- भारत अपने खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाने के लिए कोशिश कर रहा है। उसे नाकामी ही हाथ लगेगी। यासीन मलिक पर मनमाने आरोप लगाए जाने से कश्मीर की आजादी के संघर्ष पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैं संयुक्त राष्ट्र (UN) से आग्रह करता हूं कि कश्मीरी नेताओं के खिलाफ चल रहे गैरकानूनी ट्रायल्स में दखल दें।
अमित मिश्रा ने ऐसे कर दी बोलती बंद
आफरीदी के इस ट्वीट का लेग-स्पिनर अमित मिश्रा ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. अमित मिश्रा ने लिखा, 'प्रिय शाहिद आफरीदी उसने कोर्ट रूम में खुद को दोषी कबूल किया है। आपकी बर्थ डेट की तरह सब कुछ मिसलीडिंग नहीं हो सकता है।
गुनाह कबूल कर चूका है यासीन
19 मई की सुनवाई के दौरान यासीन अपने गुनाह कबूल कर चुका है। मलिक पर 25 जनवरी 1990 को श्रीनगर में वायुसेना के जवानों पर हमला करने का आरोप है। इस घटना में 40 लोग घायल हुए थे, जबकि चार जवान शहीद हो गए थे। स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना उनमें से एक थे। यह सभी एयरपोर्ट जाने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया था। मलिक ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में भी इस बात का जिक्र किया था।
इसके साथ ही पाकिस्तानी आतंकियों के साथ संबंध रखने के आरोप भी हैं। साथ ही जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद के अपहरण के भी आरोप लगे हैं। 1990 में कश्मीरी पंडितों की हत्या कर उन्हें घाटी छोड़ने पर मजबूर करने में भी यासीन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।