Arvind Kejriwal: अरविंद केजरीवाल का नया पता ये होगा, मनीष सिसोदिया भी शिफ्ट करने को तैयार

Arvind Kejriwal: दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल का परिवार 5, फिरोजशाह रोड पर शिफ्ट होने वाला है. वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी घर खाली करने वाले हैं.

Update: 2024-10-03 10:32 GMT

Arvind Kejriwal New Home: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल कल यानि शुक्रवार को सरकारी बंगला खाली करने वाले हैं. सरकारी आवास छोड़ने के बाद केजरीवाल और उनका परिवार 5, फिरोजशाह रोड पर शिफ्ट होने वाला है. AAP संयोजक पार्टी सांसद अशोक मित्तल के संग वह रहने वाले हैं. वहीं, दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी अपना घर खाली करके शिफ्ट होंगे.

दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज के जानकारी दी कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अरविंद केजरीवाल को अपने घर पर आमंत्रित किया था. इसके बाद पूर्व सीएम केजरीवाल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र (नई दिल्ली) जाने का निर्णय लिया. अब वे AAP सांसद अशोक मित्तल के घर पर रहने वाले हैं. जब तक वे दिल्ली के सीएम के रूप में दोबारा नहीं चुने जाते, तब तक वे इसी पते पर रहेंगे. आपको बता दें कि मनीष सिसोदिया को दिल्ली के डिप्टी सीएम के तौर पर आवास (एबी 17, मथुरा रोड) पर मिला था. अब वे इसे खाली करने वाले हैं. सौरभ भारद्वाज के अनुसार, सिसोदिया भी कल तक आवास को छोड़ देंगे.

10 साल बाद भी आवास नहीं

दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद ही केजरीवाल अपने लिए नया ठिकाना ढूंढ़ रहे थे. आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि पितृ पक्ष के खत्म होते ही और नवरात्र आरंभ होने के बाद केजरीवाल सीएम आवास छोड़ेंगे. बीते दिनों जंतर मंतर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा ' सीएम बनने के 10 साल बाद भी उनके पास राजधानी में अपना आवास नहीं है. दस सालों में मैंने आपके प्यार और आशीर्वाद के अलावा कुछ नहीं कमाया.'

सरकारी आवास अलॉट करने की मांग

आम आदमी पार्टी (AAP) ने पत्र लिखकर केंद्र सरकार से उन्हें सरकारी आवास अलॉट करने की मांगी की. मगर इसको लेकर सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला. केजरीवाल 2015 से ही सिविल लाइंस के फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास में निवास कर रहे हैं. इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा, सीएम की कुर्सी पर तब तक नहीं बैठूंगा, जब तक दिल्ली की जनता दोबारा चुनकर ईमानदारी का सर्टिफिकेट उन्हें नहीं दे देती.

Tags:    

Similar News