Himachal Cloud Burst: 5 जगह बादल फटे, 4 मौतें, 52 लापता...हिमाचल में बारिश ने कहां और कितना कहर ढाया?
Himachal Rains Disaster: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और तबाही पर मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक संदीप कुमार ने बताया कि बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश में अधिकांश क्षेत्रों में बारिश हुई है. चंबा, कांगड़ा, बिलासपुर हमीरपुर, सोलन शिमला में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई है.
Himachal Cloud Burst: हिमाचल प्रदेश में बीती रात को 4 जिलों में बादल फटने (Cloud Burst) के घटना सामने आई है. प्रदेश के कुल्लू, मंडी, शिमला और चंबा (Chamba) में बादल फटे हैं. अब तक दोपहर दो बजे तक मिली जानकारी के अनुसार, चार लोगों की मौत हुई है, जबकि 52 लोग लापता हैं. शिमला (Shimla-Rampur) के रामपुर के झाकड़ी में समेज गांव में नाले ने इलाके को तबाह कर दिया है. यहां पर 36 लोग लापता हैं, जबकि दो शव मिले हैं.
वहीं, मंडी के पधर उपमंडल के रामबन गांव में 8 लोग फ्लैश फ्लड और भूस्खलन की चपेट में आने से लापता हैं. यहां पर दो लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा, कुल्लू जिले में आनी के निरमंड के बागीपुल में सैलाब में 7 लोग बह गए हैं और उनका कुछ पता नहीं चला है. एक परिवार के पांच और दो नेपाली लापता बताए जा रहे हैं.
कुल्लू आपदा प्रबंधन ने बताया कि निरमंड के गांव जाओ में कुर्पन खड्ड में बाढ़ आई है और यहां पर सात लोग लापता है. विभाग ने बताया कि दो पुल टूट गए हैं, जबकि नौ घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 11 घर बह गए हैं. 6 दुकानों को भी सैलाब बहाकर ले गया है. इसी तरह, कुल्लू के मलाना में पार्वती नदी में बाढ़ आई है. यहां पर मलाना पुल बह गया है. एनडीआरफ की टीम भेजी गई है. यहां पर 9 लोग फंसे हुए हैं. मंडी जिले में पधर के टिक्कन थालुकोट गांव में भूस्खलन हुआ है और यहां बादल दो लोगों की यहां पर मौत हुई है और आठ लोग लापता हैं. तीन से चार घर यहां गिर गए हैं. एक शख्स घाय हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है.
शिमला जिले का हाल क्या है
शिमला से करीब 100 किमी दूर रामपुर के झाकड़ी में बादल फटने के बाद समेज गांव में खड्ड में सैलाब आ गया और यहां पर अब तक 1 शख्स की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोग लापता हैं. यहां एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत और बचाव में लगी हुई हैं. अहम बात है कि यह खड्ड सतलुज नदी में मिलती है और यहां पर नदी में सिलैंडर और घर का सामान बहता हुआ दिखा है. ऐसे में सतलुज नदी में भी लोगों की तलाश की जा रही है.
शिमला के रामपुर के झाकड़ी के समेज गांव की पहले और अब की तस्वीर.
शिमला के मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक संदीप कुमार ने बताया कि बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश में अधिकांश क्षेत्रों में बारिश हुई है. कुछ जिलों में भारी बारिश से रिकॉर्ड की गई है. चंबा, कांगड़ा, बिलासपुर हमीरपुर, सोलन शिमला में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई है. इसमें पालमपुर में 212 मिलीमीटर, जोगिंदरनगर में 161 धर्मशाला में 183.2, बैजनाथ में 135.0, सुजानपुर टीहरा 142.0, नादौन 103.5, पांवटा 121.2 और कुफरी में 84 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. गुरुवार के लिए चंबा कांगड़ा कुल्लू मंडी में एक दो स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है. 2 से 6 अगस्त तक कुछ स्थानों भारी बारिश का येलो अलर्ट है और इस दौरान ऊना, बिलासपुर, सोलन, मंडी, सिरमौर, शिमला, चंबा, कांगड़ा में एक दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में लोगो को नदी नालों के नजदीक न जाने की सलाह दी है, क्योंकि भारी बारिश के बाद फ्लैश फ्लड की स्थिति बन सकती है.
सीएम ने बुलाई आपात बैठक
हिमाचल प्रदेश मे बुधवार देर रात पांच जगह बादल फटने की घटनाओं के बाद अब नुकसान की समीक्षा के लिए सीएम ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की की. सीएम ने बताया कि कुल्लू जिले में तीन जगह और मंडी और शिमला में एक-एक जगह बादल फटा है. अभी तक दो शव बरामद हुए हैं, जबकि 50 लोगों के लापता होने की सूचना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 12 घंटों में बादल फटने और भारी बारिश से एक राष्ट्रीय राजमार्ग और पांच सड़कें अवरुद्ध हैं, जबकि तीन पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं.
युद्ध स्तर पर बचाव चला-सीएम
सीएम ने बताया कि शिमला जिले के झाकड़ी का समेज क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां बादल फटने से आवासीय क्षेत्र से 36 लोग लापता हैं और एक सड़क मार्ग भी अवरुद्ध है. मंडी जिले की पधर तहसील के टिक्कन-थालूकोट गांव में सात लोग लापता हैं, जबकि दो लोगों के शव बरामद हुए हैं। वहीं तीन घरों को भी नुकसान पहंचा है. उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले के निरमंड तहसील के जाओं गांव में बादल फटने से सात लोग लापता हैं, नौ घर बाढ़ में बह गए हैं, जबकि दो पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं, इसके अतिरिक्त, उच्च पर्वतीय क्षेत्र में बादल फटने से पिन पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ा है और एक बस बह गई है। मलाणा के जरी में भी एक पुल क्षतिग्रस्त हुआ है.
मलाणा में ब्यास नदी के किनारे नौ लोग फंसे हुए हैं, जिनको सुरक्ष्रित बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा आगामी शुक्रवार सुबह तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आपदा निगरानी के लिए 13 स्थानों पर राज्य आपातकालीन केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जिनके माध्यम से सभी संवेदनशील स्थानों पर 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी.
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज सुबह केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से दूरभाष पर बात की और राज्य में भारी वर्षा और बादल फटने के कारण उत्पन्न स्थिति से अवगत करवाया. उन्होंने केन्द्र सरकार से इस आपदा से निपटने के लिए उदारतापूर्वक सहयोग करने का आग्रह किया.