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अथ श्री डिप्रेशन कथा की छठी सीरीज: क्या कंगना हैं घर का भेदी ?
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अगली सीरीज की कहानी अगले दिन क्रमशः
दाऊद से रिश्तों के आरोपियों से गहरा रहा याराना
- मुंबई बॉम्ब ब्लास्ट करवाने वाले अपराध जगत के भगोड़े अपराधी एवम आतंकवादी दाऊद इब्राहिम से जुड़े हर ताकतवर इंसान से महेश भट्ट का भी बहुत याराना लगता रहा है
- महेश भट्ट पर सीधे दाऊद इब्राहिम से भी गहरी सांठगांठ रखने का आरोप बराबर लगता रहा है
- दाऊद का विरोधी गैंगस्टर और छोटा राजन का साथी रवि पुजारी करवा चुका है अपने पांच शूटर भेजकर महेश भट्ट, उनके भाई मुकेश भट्ट और महेश भट्ट के बेटे राहुल भट्ट को मरवाने की कोशिश
- हमले की वजह बताते हुए पुजारी ने मीडिया को बताया था कि भट्ट परिवार दाऊद का बेहद करीबी है इसलिए वह इन तीनों की हत्या करना चाहता है।
- इससे पहले टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार की हत्या के लिए दाऊद को सुपारी देने के आरोप में फरार म्यूजिक डायरेक्टर नदीम और निर्माता रमेश तौरानी को बचाने के लिए भी महेश भट्ट ने छेड़ा था जबरदस्त अभियान
- मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर मारिया भी अपनी किताब में गुलशन कुमार की हत्या से महेश भट्ट का अजीबोगरीब नाता रखने का कर चुके हैं खुलासा
- मारिया को खबरी ने बताया कि गुलशन कुमार की हत्या रोज सुबह उनके शिव मंदिर जाने के दौरान दाऊद करवाने वाला है
- मारिया ने यह जानकारी केवल महेश भट्ट से शेयर की क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नाम होने के नाते वह चुपचाप पुष्टि करना चाहते थे कि गुलशन कुमार के रोज शिव मंदिर जाने की जानकारी सही है या नहीं.
- महेश भट्ट से हुई वार्ता के बाद मुंबई पुलिस ने गुलशन कुमार को सुरक्षा भी दे दी तो तीन महीने तक वारदात नहीं हुई। लेकिन जैसे ही उनकी सुरक्षा हटी, गुलशन कुमार की हत्या उसी अंदाज में शिव मंदिर में ही हो गई।
- दाऊद के काले धन को सफेद करने और उसके इशारे पर फिल्म इंडस्ट्री में उनके गलत कामों में साथ देने के आरोप में जेल काट चुके निर्माता भरत शाह और नाजिम रिजवी जैसे लोगों को भी बचाने के लिए महेश भट्ट इंडस्ट्री में छेड़ते रहे हैं पुरजोर मुहिम
- जिस समय नदीम गुलशन कुमार की हत्या में फरार था, तब भी जनता की भावनाओं और मीडिया की आलोचना की परवाह किए बिना अपनी फिल्मों में महेश भट्ट देते रहे हैं काम
- दाऊद के गहरे दोस्त नदीम को फिल्म इंडस्ट्री में अपनी फिल्म आशिकी के जरिए कामयाबी की बुलंदी पर पहुंचाने से लेकर उसकी फरारी के बरसों बाद तक अपनी ज्यादातर फिल्मों में देते रहे हैं काम
- नदीम को बचाने के लिए नदीम के वकील माजिद मेनन को तत्कालीन गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और कानून मंत्री राम जेठमलानी तक से मिलवाने के सूत्रधार बन चुके हैं
- माजिद मेनन भी हैं दाऊद गिरोह के अंडरवर्ल्ड से लेकर 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के अभियुक्तों का मुकदमा लड़ने के लिए कुख्यात
- माजिद मेनन हैं इस समय महाराष्ट्र में एनसीपी के रहमो- करम पर चल रही शिव सेना की गठबंधन सरकार में एनसीपी के बड़े नेता
- शायद यही कारण है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख और ठाकरे परिवार के बाद शिव सेना के सबसे कद्दावर नेता संजय राउत जांच शुरू होते ही लगातार बता रहे इसे आत्महत्या का ओपन एंड शट केस। देशभर से करोड़ों फैन्स की मांग और भारी दबाव के बावजूद नहीं हो रहे सीबीआई जांच पर राजी
बेटा बना आईएसआई और आतंकवादियों का मददगार
- महेश भट्ट के बेटे राहुल भट्ट की गहरी दोस्ती पाकिस्तान के आतंकवादी हेडली से थी. हेडली इस समय आतंकवादी गतिविधियों के लिए अमेरिका की जेल में 35 साल की सजा काट रहा है.
- यह वही हेडली है, जिसने मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले की पूरी योजना पाकिस्तान के ISI अफसरों के निर्देश में मुंबई आकर तैयार करवाई थी. मुंबई में वह इस दौरान राहुल भट्ट के साथ ही घूमता फिरता था.
- मुंबई पर हुए उसी आतंकवादी हमले में सैकड़ों लोगों के मारे जाने से ठीक पहले हेडली ने अपने जिगरी दोस्त राहुल को ईमेल भेज कर हमले वाली जगहों पर न जाने के लिए पहले ही आगाह कर दिया था।
- अमेरिका में गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में हेडली ने बताया था कि हमले की योजना बनाने वाले उसके ISI के आका चाहते थे कि एक फिल्म फाइनेंस करके राहुल को उसका हीरो बनाया जाए।
- लेकिन हमले के बाद खुफिया एजेंसियों की मेहनत से राहुल और हेडली के रिश्तों का राज खुल गया। उसी समय मीडिया में यह खबरें आने लगीं कि महेश भट्ट और राहुल भट्ट में कभी बनी नहीं इसलिए राहुल भट्ट के किसी कृत्य से महेश भट्ट को नहीं जोड़ा जा सकता।
- लेकिन महेश भट्ट ने सार्वजनिक तौर पर सामने आकर अपने सारे संपर्कों का इस्तेमाल करके पूरी ताकत लगाकर राहुल भट्ट को इतने बड़े आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड आतंकवादी से जुड़े होने के बावजूद बचा लिया। राहुल से केवल पूछताछ की गई और उसे न कभी गिरफ्तार किया गया और न ही कोई मुकदमा उस पर दर्ज हुआ।
क्या कंगना हैं घर का भेदी ?
महेश भट्ट....डिप्रेशन, करण जौहर, आदित्य चोपड़ा, सलमान खान, रणवीर सिंह और आदित्य पंचोली की इस जानलेवा कड़ी की तरफ ही कंगना इन दिनों दिन- रात मीडिया को चिल्ला चिल्ला कर बता रही हैं। बस वह हॉरर अस्पताल, दाऊद इब्राहिम और आईएसआई का नाम इस कड़ी में नहीं ले रहीं। इसकी वजह क्या है, यह तो कंगना ही जानें लेकिन बाकी ऐसा कोई नाम नहीं बचा है, जिसे उन्होंने इन दिनों सुशांत की मौत के बाद लिया न हो।
महेश भट्ट द्वारा ही बॉलीवुड में एंट्री करने वाली कंगना कभी भट्ट कैंप की लाडली थीं। उसी दौर की उनकी अंतरंग फोटो उसी तरह सोशल मीडिया और मीडिया में आ रही हैं, जैसे फोटो जिया खान और रिया चक्रवर्ती की इन दिनों आ रही हैं। यानी कभी कंगना भी भट्ट साहब के दिल में जिया खान और रिया चक्रवर्ती की तरह खास दर्जा रखती थीं।
शायद उसी दौर में उन्हें भट्ट की इस चमत्कारी और अद्भुत महागाथा के लगभग हर अध्याय पता चल गया था। लेकिन फिर एक दिन भट्ट कैंप से उनकी किसी बात पर इतनी ज्यादा ठन गई कि महेश भट्ट उन्हें सबके सामने सरेआम चप्पल लेकर मारने दौड़ पड़े थे। उसके बाद तो फिर भट्ट कैंप ने उनके खिलाफ और उन्होंने भट्ट कैंप के खिलाफ महासंग्राम ही छेड़ दिया। ऐसा लगता है घर का भेदी कहे जाने वाले विभीषण की तरह कंगना भी भट्ट की लंका तबाह करके मानेंगी।
हालांकि महेश भट्ट ने उन्हें भी डिप्रेशन का शिकार बताकर उनके जल्द ही बुरे अंजाम की भविष्यवाणी कर दी है , बिल्कुल उसी तरह जैसे कि उन्होंने अब तक डिप्रेशन से मारे गए उनके तमाम जानकारों के लिए कर दी थी।
मगर हैरत की बात यह है कि पहली बार महेश भट्ट की डिप्रेशन से किसी के अंत की भविष्यवाणी झूठी साबित होती नजर आ रही है। हालांकि सुशांत की तरह ही कंगना को भी भट्ट की इसी जानलेवा कड़ी के बाकी लोग यानी करण जौहर, सलमान खान, यशराज फिल्म्स, आदित्य पंचोली आदि ने घेर कर डिप्रेशन में लाने की पुरजोर कोशिश बरसों से कर रखी है मगर लगता है कि कंगना वह गुड़ नहीं है, जिसे फिल्म इंडस्ट्री के चीटे खा सकें. आदित्य पंचोली से तो उनका झगड़ा दोनों तरफ से कराए गए कई मुकदमों में भी तब्दील हो चुका है। आदित्य पंचोली का भी दावा है कि कंगना कई बार नर्वस ब्रेकडाउन का शिकार हो चुकी हैं। मजे की बात यह है कि दोनों के बीच छिड़े इस जोरदार कानूनी विवाद से पहले कंगना और आदित्य पंचोली के एक साथ पति पत्नी की तरह एक ही घर में तीन साल रहने की खबरें कंगना और आदित्य के हवाले से छपती रही हैं।
आदित्य के अलावा, करण जौहर तो खुलेआम कंगना से नाराज़गी जताने या उनका मजाक उड़ाने का काम बरसों से लगभग हर महफ़िल में करते आ रहे हैं। कंगना भी करण को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं।
बाकी बचे, सलमान खान और आदित्य चोपड़ा ... तो इन दोनों से अपनी दुश्मनी को लेकर भी कंगना ने अभी एक दो रोज पहले ही रिपब्लिक टीवी पर कहा है कि आदित्य ने सलमान के साथ फिल्म सुल्तान न करने पर कंगना को इंडस्ट्री से खत्म कर देने की धमकी दी थी।
भट्ट कैंप से ऐसी दुश्मनी ठान लाने के बावजूद उनका नाम डिप्रेशन से आत्महत्या करने वालों में नहीं जुड़ा तो शायद इसकी एक अहम वजह यह हो कि कंगना को घर के सारे भेद पता हैं... या यह भी वजह हो सकती है कि बाकियों में से किसी ने इस तरह खुल कर इस कैंप से पंगा ही नहीं किया इसलिए उनकी मौत पर इन लोगों पर सीधे तौर पर कोई उंगली नहीं उठा सकता था... जबकि कंगना अगर डिप्रेशन से वाकई आत्महत्या कर भी लेती तो आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला तो उन लोगों पर बन ही सकता था , जिनका नाम कंगना यूं दिन- रात मीडिया में बेखौफ होकर लेती आईं हैं।
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