कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट का पत्नी सारा से हुआ तलाक, 19 साल पहले लवमैरिज से हुई थी शादी
सचिन पायलट के एफिडेविट में बड़ा खुलासा हुआ है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भरे नामाकंन के एफिडेविट में पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा दर्शाया है। सचिन पायलट ने पर्चे के साथ दाखिल किए शपथ पत्र में इसका उल्लेख किया गया है।
टोंक विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट ने मंगलवार दोपहर को नामांकन भरा। यहां सिविल लाइन में बनाए गए आरओ कार्यालय में रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नामांकन प्रस्तुत किया। इस मौके पर उनके समर्थकों की भीड़ भी उमड़ी। इससे पहले सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे से भूतेश्वर महादेव मंदिर से पायलट की नामांकन रैली रवाना हुई, उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना कर जीत की कामना की।
पत्नी के नाम के आगे लगाया तलाकशुदा
इस बीच सचिन पायलट के एफिडेविट में बड़ा खुलासा हुआ है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भरे नामाकंन के एफिडेविट में पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा दर्शाया है। सचिन पायलट ने पर्चे के साथ दाखिल किए शपथ पत्र में इसका उल्लेख किया गया है। पायलट के दो बच्चे आरएन पायलट और विहान पायलट हैं। पायलट की शादी उन्नीस साल पहले सारा पायलट से हुई थी। पायलट की ओर से पेश किए शपथ पत्र के बाद दोनों के तलाक की हकीकत सामने आई है। लेकिन ये जानकारी नहीं है कि तलाक कब हुआ? हालांकि इसको लेकर लोगों में चर्चा का विषय भी बना हुआ है।
पूरी फ़िल्मी है पायलट की प्रेम कहानी
पायलट की प्रेम कहानी पूरी तरह फिल्मी है। सचिन अमेरिका की पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल में थे। उसी दौरान उनकी मुलाकात जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन सारा से हुई थी। सचिन पायलट ने जनवरी 2004 में सारा पायलट से शादी की। शादी के कुछ महीनों बाद ही सचिन पायलट राजनीति के मैदान में उतरे। महज 26 साल की उम्र में दौसा से पहला लोकसभा चुनाव लड़कर बड़े अंतर से जीतकर सबसे युवा सांसद बने। दिसंबर 2018 में जब सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली तो शपथ ग्रहण समारोह में सारा पायलट, दोनों बेटे और फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हुए थे।
सवा दो बजे बाद दाखिल किया नामांकन
वहीं, सचिन पायलट ने रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष दोपहर करीब सवा दो बजे बाद नामांकन दाखिल किया। उनके समर्थकों को निर्धारित बैरिकेडिंग के बाहर ही रोक दिया गया। सिर्फ प्रस्ताव ही उनके साथ नजर आए। टोंक में दूसरा मौका है, जब उन्होंने दूसरी बार नामांकन दाखिल किया।
सब एकजुट होकर लड़ेंगे चुनाव
इस मौके पर पायलट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चुनाव में कांग्रेस पार्टी एकजुट है। सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे। अब तक जो भी हुआ उसके बारे में कहा कि माफ करो आगे बढ़ो के सिद्धान्त पर चल रहे हैं। सीएम की घोषणा के सवाल पर कहा कि कांग्रेस पहले से सीएम चेहरा घोषित नहीं करती है। बहुमत के बाद आला कमान ही इसका निर्णय करता है।
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