कौन हैं रुपिंदर सिंह कुन्नर, जिन्होंने राजस्थान में भजनलाल सरकार के मंत्री को हराया
श्रीकरणपुर चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी ने भाजपा के मंत्री को 12 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी है।
राजस्थान के चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है, जबकि भाजपा को करारा झटका लगा है। इस बार हार-जीत का कारण श्रीकरणपुर उपचुनाव है। भाजपा ने इस सीट से अपने मंत्री को उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव चला था, जबकि कांग्रेस ने इमोशनल कार्ड खेलते हुए स्व. गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे रुपिंदर सिंह कुन्नर को प्रत्याशी बनाया था। आइये जानते हैं कि कौन हैं रुपिंदर सिंह कुन्नर, जिन्होंने राजस्थान में भजनलाल सरकार के मंत्री को मात दी है।
गुरमीत सिंह कुन्नर श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं और उन्हीं के बेटे रुपिंदर सिंह कुन्नर हैं। पिता के निधन के बाद पहली बार रुपिंदर सिंह ने श्रीकरणपुर से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उनके पिता कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। हालांकि, स्व. गुरमीत सिंह कुन्नर ने एक बार घोषणा की थी कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
विधानसभा चुनाव के दौरान वोटिंग से पहले पिता का हो गया था निधन
राजस्थान विधानसभा 2023 में कांग्रेस की ओर से श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से गुरमीत सिंह कुन्नर सिंह को ही प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन चुनाव के बीच में उनका निधन हो गया। इसके बाद श्रीकरणपुर उपचुनाव में कांग्रेस ने उनके बेटे रुपिंदर सिंह कुन्नर को उम्मीदवार बनाया। इस सीट पर रुपिंदर सिंह कुन्नर के परिवार का ही कब्जा रहा है। अब बेटे ने अपनी पिता की जिम्मेदारी उठा ली है।
पंजाब की सीमा से सटा है श्रीगंगानगर जिला
पंजाब की सीमा से श्रीगंगानगर जिला सटा हुआ है और यहां सिखों की संख्या ज्यादा है, इसलिए भाजपा और कांग्रेस ने सिख समुदाय से प्रत्याशी उतारा था। कांग्रेस की ओर से रुपिंदर सिंह कुन्नर ने भाजपा के उम्मीदवार सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को हरा दिया है। भजनलाल की सरकार में अभी 10 दिन पहले ही सुरेंद्रपाल सिंह को जगह मिली थी।